मुंगेर: आदर्श अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राणा शारणधर सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि सरकार शिक्षा और शिक्षकों का भविष्य चौपट करने पर तुली है, जब तब ये आहे गाहे तुगलकी फरमान जारी करती रहती है.
वर्ष 2015 में नियोजित शिक्षकों के वास्ते सेवा शर्त नियमावली के लिए एक कमिटी बनाई गई थी, अब 5 वर्ष बीत गए, लेकिन इस दिशा में सिर्फ कोरी बकबास के और कुछ न किया गया.
अब चुनावी मौसम आ रहा है तब सरकार पुनः सेवा शर्त कमिटी का पुनर्गठन की घोषणा की है, जो हम शिक्षकों के साथ घटिया मजाक है. इससे शिक्षकों में काफी गुस्सा और निराशा है.अब नियोजित शिक्षक इस तरह का मजाक बर्दाश्त नहीं कर सकते.
उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आने वाले हैं इसलिए आचार संहिता की घोषणा से पूर्व हम शिक्षकों को अंतर जिला स्थानांतरण, ई. पी. एफ, इंश्योरेंस 25 लाख, वेतनमान, अनुकंपा सहित राज्य कर्मी का दर्जा देना सुनिश्चित करें सरकार, अन्यथा आने वाले दिनों में विवश होकर हम लोगों एक बड़ा आंदोलन करने के लिए हम शिक्षक बाध्य हो जाएंगे.
राष्ट्रीय जनता दल ने भी नियोजित शिक्षकों के मांगों का समर्थन करते हुए सरकार को इसे पूरा करने को कहा. वहीं कोसी एम.एल.सी. स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से महिला उम्मीदवार चांदनी कुमारी ने भी सरकार के इस कदम को एकमात्र छलावा बताया और कहा कि शिक्षा व शिक्षकों की स्थिति को बेहतर करने के लिए इनके सभी मांगों को पूरा करे सरकार.