जमशेदपुर :– भारत सेवाश्रम द्वारा आयोजित त्रिशूल उत्सव में शनिवार को राज्य की महामहिम राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू पहंची. जहाँ उनका स्वागत भव्य तरीके से किया गया. उन्होंने यहाँ आयोजित जनजातीय सभा में हिस्सा लिया. उन्होंने जनजातीय समुदाय को संस्कृति का अहम हिस्सा बताया.
कार्यक्रम के शुरुवात में यहां महिलाओं ने पारंपरिक वेश भूषा में मुख्य अतिथि का स्वागत किया. राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने यहां पहुंचकर सबसे पहले आदि गुरु के चित्र पर माल्यार्पण कर आशीर्वाद लिया. जिसके बाद मंच पर उनका स्वागत सेवाश्रम के सदस्यों के द्वारा किया गया. अपने भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि जनजातीय समुदाय भारत के संस्कृति का अभिन्न अंग है और इनकी संकृति काफी समृद्ध है.
उन्होंने कहा कि राज्य में 32 प्रकार के और देश भर में 705 प्रकार के जनजातीय समुदाय के लोग निवास करते हैं. काफी मेहनत करने के बावजूद ये हमेशा खुश दिखाई पड़ते हैं. इन्होने कहा कि इनके विकास के लिए सभी को आगे आना होगा तभी ये विलुप्त होती जनजातियां बच पाएंगी.
उन्होंने कहा कि बहुत से जनजातीय समुदाय के लोग शिक्षा के अभाव में रास्ता भटक कर गलत दिशा में चले जाते हैं. जिन्हें शिक्षित करने की जरुरत है, ताकि ये जनजातीय समुदाय कंधे से कन्धा मिलाकर आगे बढ़े. वहीं भारत सेवाश्रम संघ की प्रसंशा करते हुए उन्होंने कहा कि 100 से अधिक वर्षों से संघ के द्वारा जनजातीय कल्याण पर कार्य किया जा रहा है जो सरहनीय है.