12 करोड़ 30 लाख की लागत से बना भवन किसी काम का नही
अब मनचलों और जानवरों का अड्डा बन गया है
गुमला: बसिया अनुमंडल के जगजोर गांव के निकट पॉलिटेक्निक भवन का निर्माण कार्य पांच साल में भी पूरा नहीं हो सका है. बहुउद्देशीय विकास योजना के तहत 12 करोड़ 30 लाख की लागत से बन रहे पॉलिटेक्निक भवन का शिलान्यास पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डा. दिनेश उरांव ने वर्ष 2015 में किया था. मगर संबंधित संवेदकों की लापरवाही व विभागीय सुस्ती की वजह से निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है. शिलान्यास के समय डा.दिनेश उरांव ने ससमय और गुणवतापूर्ण निर्माण कार्य करने का निर्देश दिया था. मगर इसका असर ना तो संबंधित विभाग विशेष प्रमंडल गुमला और ना ही संवेदक आनंद कंस्ट्रक्शन व मां लक्ष्मी कंस्ट्रक्शन पर पड़ा.
निर्माण कार्य के लिए राशि उपलब्ध कराने वाला कल्याण विभाग भी मुक दर्शक की भूमिका में है.
इस संबंध में कल्याण विभाग के पदाधिकारी का कहना है कि भवन निर्माण से लेकर आवश्यक उपस्कर के लिए विशेष प्रमण्डल गुमला को राशि भी उपलब्ध कराया गया था. लेकिन इसके बावजूद भवन का निर्माण तीन वर्षों से बंद पड़ा रहा.
इस कारण करोड़ों रुपये की लागत से बना भवन मनचलों का अड्डा एवं जानवरों का विश्रामागार बन गया है . वहीं भवन में लगे पाइप दरवाजे आदि की चोरी भी होने लगी है. संवेदक राजेश अग्रवाल की माने तो फंड उपलब्ध नहीं होने के कारण काम बंद कर दिया गया है.
बहरहाल कारण जो भी हो पर तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से निर्मित होने वाले इस भवन का निर्माण पूरा कराने की चिंता न तो अधिकारियों को है न सरकार में बैठे नेताओं को.