जमशेदपुर: गुरचरण सिंह बिल्ला पर जानलेवा हमला मामले का खुलासा करते हुए सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे और अमरजीत सिंह अम्बे को आज गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
आपको बता दें कि बीते 9 नवंबर को सीतारामडेरा थाना के समीप तड़के 4:30 बजे के आसपास गुरुद्वारा जाने के क्रम में झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष गुरचरण सिंह बिल्ला पर जानलेवा हमला हुआ था. जिसमें अपराधियों ने उन पर तीन गोलियां चलाई थी. हालांकि इस हमले में गुरचरण सिंह बिल्ला बाल-बाल बच गए थे.
उधर गुरचरण सिंह बिल्ला ने सीतारामडेरा थाना में सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराया था. वहीं जमशेदपुर पुलिस ने पूरे मामले में तफ्तीश के दौरान सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे की मामले में संलिप्त पाई और पाया कि इस घटना को अंजाम दिलाने में उनके साथ उनके सहयोगी के रूप में अमरजीत सिंह अंबे ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
सीतारामडेरा थाना पुलिस ने मुखे को सहयोगी अंबे के साथ गिरफ्तार करते हुए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. उधर न्यायिक हिरासत में भेजने से पहले मेडिकल चेकअप कराने पहुंचे सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान ने एमजीएम अस्पताल में पुलिस के साथ धक्का-मुक्की और गाली-गलौज शुरू कर दी. वैसे पुलिस की सख्ती के आगे उनकी एक न चली.
उधर मुख्य के समर्थकों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. हालांकि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान की गिरफ्तारी एक टर्निंग प्वाइंट साबित हो सकता है. पुलिस ने घटना के वक्त प्रयोग में लाए गए एक बोलेरो और मोबाइल फोन भी बरामद किया है.