गुमला: बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा अभी भी आमजनों से दूर है. आजादी से अब तक इस दिशा में बड़ी आबादी की आकांक्षा और जरूरतों की लगातार उपेक्षा हुई है. सरकार की शिक्षा और स्वास्थ्य नीतियां आमजन के अनुरूप न होकर कॉरपोरेट घरानों की सुविधा पर अधिक केंद्रित है. ज्ञान विज्ञान समिति ने अंधविश्वास और अशिक्षा को दूर करने के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देते हुए भोजन का अधिकार, शिक्षा का अधिकार व ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार से जुड़े कई आंदोलनों के रास्ते व्यवस्था में सकारात्मक परिवर्तन का बीड़ा उठाया है.
समिति के तत्वावधान में आयोजित बैठक में संगठन के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रसिद्ध चिंतक काशीनाथ चटर्जी ने शिक्षा, स्वास्थ्य व कृषि के मसले पर विस्तृत चर्चा के दौरान ये बातें कही. चटर्जी ने कहा कि साक्षरता आंदोलन में आजादी के आंदोलन से ज्यादा स्वयंसेवक लगे. उन्होंने डॉ. सुंदर रमन का जिक्र करते हुए कहा कि भारत ज्ञान विज्ञान समिति के संस्थापक सदस्य रहे डॉ. रमन ने ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का दृष्टिपथ तैयार किया था.
समिति के प्रदेश संयुक्त सचिव विश्वनाथ सिंह ने कहा कि सत्ता सरकार और जनता के बीच के गैप को कम करना ही संस्था का प्रमुख उद्देश्य है. हम व्यक्ति समाज व सामाजिक संसाधनों का अध्ययन के आधार पर वैकल्पिक मॉडल तैयार कर काम करते हैं. सिंह ने केरल के पंचायती राज्य, झारखंड की आजीविका समूह के अलावा मल्लार कन्याकुमारी में हुए कार्यों के बदौलत महिलाओं में आयी सामाजिक चेतना का जिक्र करते हुए कहा कि मल्लार में महिलाएं खुद ड्राइविंग सीट पर बैठकर पति को पीछे लेकर चलती हैं जो अपने आप मे आधी आबादी के बढ़ते आत्मविश्वास का सूचक है.
केरल से आए राष्ट्रीय युवा समन्वयक अनूप मैथ्यू ने देश में असल के मुद्दों को गौण किये जाने की बात कहते हुए इस पर चिंता जाहिर की. वार्ड पार्षद कृष्णा राम ने सरकारी कार्यक्रमों में पारदर्शिता की कमी और क्रियान्वयन एजेंसियों की शिथिलता को चिंताजनक करार देते हुए शहर व गांव के लोगों को जागरूक बनाने पर जोर दिया.
इसके पूर्व संस्था के जिला अध्यक्ष उमेश्वर प्रसाद व जिला सचिव रणधीर निधि ने संस्था के सम्बंध में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए इसके कार्यों व उपलब्धियों का जिक्र किया और साथ ही संस्था की सदस्यता अभियान पर जोर दिया.
उन्होंने जानकारी दी कि 28 फरवरी से 01 मार्च तक त्रिदिवसीय राज्य सम्मेलन का आयोजन में बड़ी संख्या में जिला की सहभागिता रहेगी. बैठक में रवि रंजन सिंह, दीपशिखा साहू, अंजना साहू, जसिंता कुजूर, उमा देवी, फूलमती देवी, सुशीला देवी, मंजू देवी, रूबी खातून, ललिता देवी, सीमा देवी, किशन, सुरेंद्र कुमार, मदन साहू, रुपेश भगत, प्रमोद कुमार, प्रदीप कुमार, अनूप, मोहम्मद अताउल रहमान अंसारी, सोनू कुमार साहू सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.