रांची: झारखंड के कई जिलों में तीन दिन से तेज आंधी के साथ बारिश हो रही है. पलामू प्रमंडल के गढ़वा और पलामू जिले में बारिश के साथ भारी ओलावृष्टि भी हुई है. ओलावृष्टि के कारण खेत में लगे फसलों को काफी नुकसान हुआ है. राज्य आपदा प्रबंधन मंत्री ने जिलों के उपायुक्त को क्षति का अनुमान लगाकर तत्काल रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया है. ताकि प्रभावित परिवारों के बीच मुआवजे का भुगतान किया जा सके.
पलामू प्रमंडल में ओलावृष्टि घटना पर पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता और जिले के उपायुक्त से बातचीत की. आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि उपायुक्त क्षति का अनुमान लगाकर भेजें. उन्होंने कहा कि सरकार प्रभावित लोगों के लिए उचित मुआवजे का प्रबंध करेगी.
राजधानी रांची और आसपास के इलाकों में भी आज सुबह हल्की बारिश हुई. चतरा समेत कुछ जिलों में रविवार को बारिश हुई, तो कुछ जगहों पर सोमवार को हल्की बारिश जारी रही. वहीं मंगलवार को भी रांची, पलामू और गढ़वा जिले में ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ दी है. गढ़वा के विशुनपुरा में रविवार की रात 50 ग्राम तक के ओले गिरे. राजधानी रांची में भी तड़के हल्की बारिश हुई. दिन में धूप-छांव के बीच हवाओं ने मौसम को खुशनुमा बना दिया है.
तेज हवा के साथ शुरू हुई बारिश सुबह 6 बजे थम गयी. पलामू के हुसैनाबाद क्षेत्र में आंधी-तूफान के साथ बारिश हुई और ओले भी गिरे. गढ़वा जिला के मझिआंव, बरडीहा प्रखंड के आदर पंचायत में ओला गिरने से किसानों की फसल बर्बाद हो गयी. सरसों की फसल लगभग तैयार हो चुकी थी, लेकिन कुदरत के इस कहर ने फसल को बर्बाद कर दिया. सिर्फ खरौंधी प्रखंड की 9 पंचायतों में सरसों, रहर, गेहूं, चना, मटर, मसूर, प्याज, लहसुन, धनिया व अन्य फसलें बर्बाद हो गयी हैं.
खरौंधी बाजार की कई दुकानों में बारिश का पानी घुस गया. इतने बड़े-बड़े पत्थर गिरे कि बाहर खड़ी गाड़ियों के शीशे तक टूट गये. सैकड़ों घरों के खपड़े एवं एसबेस्टस की सीटों को भी नुकसान हुआ. कई लोग चोटिल भी हुए हैं. इतना ही नहीं, ओलावृष्टि ने सैकड़ों पक्षियों की भी जान ले ली.
ज्ञात हो कि मौसम विभाग ने 23 फरवरी को ही मौसम का पूर्वानुमान जारी कर कहा था कि 24, 25 और 26 फरवरी को झारखंड में कई जगहों पर हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा हो सकती है. विभाग ने आज सुबह 10-12बजे के बीच रांची समेत कई जिलों में आंधी-तूफान के साथ बारिश और ओलावृष्टि की भी चेतावनी जारी की है. इस बारिश और ओलावृष्टि से ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा.