जमशेदपुर : पुलिस जिस नक्सली को काफी दिनों से खोज रही थी, उस नक्सली ने पुलिस को चकमा देकर जमशेदपुर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. नक्सली और डुमरिया का एरिया कमांडर सोबन मार्डी और उसकी पत्नी उर्मिला मेलगांडी ने सोमवार को जमशेदपुर कोर्ट के प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी प्रज्ञा वाजपेयी की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया. अधिवक्ता शिवशंकर प्रसाद ने सामान्य तौर पर एक आदमी के तहत कोर्ट में इंट्री करायी और उसका आत्मसमर्पण करा दिया.
बताया जा रहा है कि सोबन मार्डी और उसकी पत्नी पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करना चाहते थे, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ, जिसके बाद पति-पत्नी ने जमशेदपुर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. यह पहला मौका है जब कोर्ट में नक्सली दंपत्ति द्वारा आत्मसमर्पण किया गया है. बताया जाता है कि अधिवक्ता ने इस संबंध में लिखित आवेदन कोर्ट में दिया, जिसके बाद कोर्ट का एक कर्मचारी कोर्ट गेट पर पहुंचा।वहां पुलिस भी थी, लेकिन नक्सलियों को वे लोग पहचान नहीं पाये, जिसके बाद कोर्ट का एक कर्मचारी उसको अंदर ले गया और उसका आत्मसमर्पण करा दिया। सोबन मार्डी की बहन सोमा मार्डी ने पहले भी आत्मसमर्पण कर दिया था। आत्मसर्पण करने के बाद से उसकी बहन अपना जीवन यापन कर रहा है. वे लोग डुमरिया के नक्सली दस्ता के सक्रिय सदस्य थे. सोबन मार्डी ने बताया कि नक्सली वारदातों को अंजाम देते हुए वह थक गया था, जिसके बाद उसकी बहन से उसकी बात हुई. बहन ने ही उसको मोटिवेट किया, जिसके बाद उसने आत्मसमर्पण कोर्ट में कर दिया.