ग्वालियर: जिले के भितरवार विकासखंड में स्थित हरसी जलाशय को पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किया जायेगा. जलाशय में नौकायन प्रारंभ करने के लिये भी कार्ययोजना बनाई जायेगी.
वर्ष 1935 में निर्मित हरसी जलाशय के माध्यम से डबरा एवं भितरवार के किसानों को सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध कराया जाता है. कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बुधवार को हरसी जलाशय पहुंचकर जलाशय से किसानों के लिये पानी छोड़ने की कार्रवाई कराई.
इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत शिवम वर्मा, जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री गिरीश साहू, कार्यपालन यंत्री राजेश चतुर्वेदी सहित जल संसाधन विभाग के विभागीय अधिकारी उपस्थित थे.
कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने हरसी जलाशय का अवलोकन करने के पश्चात कहा कि हरसी जलाशय पर्यटन की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है.
इसे पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित करने के साथ-साथ जलाशय में नौकायन का प्रस्ताव भी तैयार किया जाए. इसके साथ ही जलाशय के आस-पास के क्षेत्र को हरा-भरा बनाने की दिशा में भी सार्थक प्रयास किए जाना चाहिए.
जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री चतुर्वेदी ने बताया कि हरसी जलाशय से 198 ग्रामों में सिंचाई हेतु किसानों को पानी उपलब्ध कराया जाता है.
यह सभी गांव डबरा एवं भितरवार विकासखंड के हैं. डैम की कुल क्षमता 195 मिलियन क्यूबिक मीटर है. अभी 151 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि हरसी जलाशय के माध्यम से 65 किलोमीटर के क्षेत्र में नहरों के माध्यम से पानी उपलब्ध कराया जाता है.
कार्यपालन यंत्री जल संसाधन राजेश चतुर्वेदी ने बताया कि डैम के आस-पास के क्षेत्र को हरा-भरा बनाने के लिये ड्रिप योजना के तहत प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति हेतु शासन को भेजा गया है.