चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने राज्य से कोरोना महामारी को समाप्त करने के लिए घर घर जाकर कोरोना स्क्रीनिंग करने का निर्णय लिया है. राज्य के स्वास्थय एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान, गृह तथा शहरी स्थानीय निकाय विभागों की समीक्षा बैठक के उपरांत पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें प्रदेश के हर घर में जाकर प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग करेगी और यदि किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं तो उसका सैंपल लेकर जांच कराई जाएगी.
उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना के खिलाफ लड़ने के लिए उक्त चारों विभाग अग्रिम पंक्ति के विभाग हैं और लॉकडाउन के दौरान इनके अधिकारियों और कर्मियों ने बेहतरीन कार्य किया है. उन्होंने कहा कि राज्य में इस समय कोरोना सक्रिय 149 मरीज हैं.
उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर केंद्र सरकार द्वारा समय-समय पर एडवाइजरी जारी की जा रही हैं और इसे राज्य में भी लागू किया जा रहा है. इसी कड़ी में कन्टेनमेंट जोन और बफर जोन बनाए गए हैं.
विज ने कहा कि राज्य के जिन इलाकों को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है उन्हें पूरी तरह से सील कर दिया गया हैं और इनमें आवश्यक वस्तुएं मुहैया कराने के लिए निर्देश दिए गए हैं ताकि लोगों को कोई दिक्कत न हों. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि कन्टेनमेंट जोन में प्रतिदिन सैनेटाइजेशन की जाए और पूरे राज्य में दूसरे चरण के तहत सैनीटाइजेशन किया जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य के बैंक परिसरों, सब्जी मंडियों, बाजार, किरयाना दुकानों, कैमिस्ट की दुकानों के साथ-साथ राशन डिपोधारकों को कहा गया है कि वे अपने इन प्रतिष्ठानों में सोशल डिस्टेनसिंग को बनाए रखें, यदि कोई प्रतिष्ठान सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने में विफल होता है तो उसे प्रतिष्ठान खोलने/काम करने की मंजूरी नहीं दी जाएगी.
उन्होंने बताया कि इंडियन मैडीकल एसोसिएशन (आईएमए) को पत्र लिखा गया है कि कोविड-19 महामारी की स्थितियों को देखते हुए वे निजी डाक्टरों को उनके प्राईवेट क्लिनिक खोलने के लिए कहें ताकि आम जनता का अन्य बीमारियों और समस्याओं का इलाज सुनिश्चित हो सके.
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को सेवानिवृत डाक्टरों को एक साल के लिए अनुबंध पर रखने के लिए कहा गया है ताकि कोरोना से भली प्रकार से निपटा जा सकें. उन्होंने बताया कि अभी तक 197 डॉक्टरों ने अपनी डयूटी ज्वाईंन कर ली है और वेटिंग लिस्ट के 58 डाक्टरों को ज्वाईनिंग लैटर देने का फैसला किया है.
विज ने बताया कि राज्य में कोरोना के लिए अलग से नौ विशेष अस्पताल स्थापित किये गये हैं जिनमें आईसीयू, वैंटीलेटर और अन्य उपकरणों सहित डाक्टरों की टीमें तैनात की गई हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि कोरोना मरीज को केवल विशेष अस्पताल में ही रखा जाएगा. इसके अलावा, राज्य में 411 मोबाइल डिस्पैंसरियां भी शुरू की गई हैं जो लोगों को स्वास्थय संवाएं प्रदान करेंगी.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राज्य में लॉकडाउन को सख्ती से लागू किया जा रहा है और उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे लॉकडाउन को सख्ती से क्रियान्वित करें तथा कन्टेनमेंट जोन पर विशेष निगरानी रखें.