चांडिल :- सरायकेला जिले के चांडिल स्थित दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के मालूकोचा चेक नाका में झुंड से बिछड़े हाथियों के लिए बाड़े में मायूसी छाई हुई है. वैसे यह मायूसी यहां रह रही चंपा हथिनी के बीमार होकर गिरने के कारण हुई है. आपको बता दें कि एक माह पूर्व इस बाड़े में रह रही हथिनी लक्ष्मी की मौत के सदमे से अभी वन विभाग के अधिकारी उबरे भी नहीं हैं कि एक और हथिनी अब बीमार हो चली है. हालांकि वन विभाग दिन- रात चंपा की सेवा में लगा हुआ है. दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के मालूकोचा में झुंड से बिछड़े हाथियों के लिए बाड़ का निर्माण किया गया है.
जो सैलानियों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है. इन हाथियों के रखरखाव का जिम्मा वन विभाग के हवाले है. जहां पिछले साल पांच हाथी इस बाड़े में रह रहे थे. हालांकि उनमें से दो हाथियों की पहले ही मौत हो गई है, और अब 6 जनवरी की रात को चम्पा नाम की हथिनीे गिर गई. जिससे वन विभाग के कर्मचारियों के बीच मायूसी देखी जा रही है. हालांकि डाक्टर को बुलाकर उसका इलाज कराया जा रहा है.
जिसके बाद चम्पा के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। दरअसल पिछले 7 दिनों से चंपा ने भोजन नहीं किया है, साथ ही हांड़ कपांने वाली ठण्ड से उसकी तबीयत बिगड़ गई है. जिसके कारण 6 जनवरी की रात को वो गिर गई जिसके बाद क्रेन लाकर उसे उठाया गया. फिलहाल उसकी देखरेख की जा रही है. दरअसल दलमा सेंचुरी में ये पर्यटकों से काफी जल्दी हिल मिल जाते हैं, ऐसे में ठंड के मौसम में जहां सैलानियों का आना जाना लगा हुआ है . इस परिस्थिति में चंपा का बीमार होना लोगों को निराश कर रहा है.