उत्तर प्रदेश: हाथरस मामले में पुलिस ने मीडिया को पीड़ित परिवार से मिलने की इजाज़त दे दी है. पिछले दो-तीन दिन से हाथरस प्रशासन मीडिया और विपक्ष को पीड़ित परिवार से मिलने नहीं दे रहा था.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को ट्वीट किया है कि दुनिया की कोई ताकत उन्हें परिवार से मिलने से नहीं रोक सकती.
वहीं, प्रियंका गांधी लगातार मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के इस्तीफ़े की मांग कर रही हैं. इस मामले में अब तक पांच पुलिसवालों को सस्पेंड किया जा चुका है जिसमें एक पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर भी शामिल हैं.
इस मामले में गठित विशेष जांच समिति ने अपनी शुरूआती रिपोर्ट के आधार पर इनके निलंबन की सिफ़ारिश की थी. जाँचकर्ताओं ने इस मामले से जुड़े लोगों का यानी अभियुक्तों के साथ-साथ पीड़ित परिवार का भी नार्को टैस्ट करवाने की बात कही है.
14 सितंबर को एक 20 साल की अनुसूचित जाति की लड़की पर हमला हुआ और 29 सितंबर को दिल्ली के सफ़दरजंग अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया.
पुलिस ने कहा, रेप की पुष्टि नहीं
उसके बाद पुलिस ने आधी रात को ही आनन-फानन में उसका अंतिम-संस्कार किया.
परिवार का कहना है कि उनकी इजाज़त के बिना मृतक लड़की का प्रशासन और पुलिस ने अंतिम संस्कार कर दिया. उन्हें मृतक की मेडिकल रिपोर्ट भी नहीं दी गई है.
परिवार का आरोप है कि लड़की के साथ गैंगरेप किया गया, जबकि उत्तर प्रदेश के एडीजी ने बताया कि पीड़िता के शरीर से सीमन (वीर्य) के सबूत नहीं मिले.
पहले ये बात सामने आ रही थी कि लड़की की जीभ भी काटी गई लेकिन पुलिस ने इस पर कहा कि हमलावरों ने उसका गला घोंटने की कोशिश की और इसी वजह से उसकी जीभ कट गई.
इसके बाद मीडिया में भी इस मामले ने तूल पकड़ा. देश भर में जगह-जगह प्रदर्शन हुए. शुक्रवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर भी प्रदर्शन किया गया जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भीम आर्मी के चंद्रशेखर आज़ाद भी शामिल थे.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी पीड़ित परिवार से मिलने की कोशिश की लेकिन पुलिस और प्रशासन ने उन्हें रोक कर हिरासत में ले लिया. इलाहाबाद हाई कोर्ट ने भी इस मामले का स्वतः संज्ञान लिया है और उत्तर प्रदेश के आला अधिकारियों से जवाब मांगा है.
जनसत्ता अख़बार के मुताबिक़ शुक्रवार को मृतक लड़की के गांव से पांच किलोमीटर दूर भगणा गांव में सवर्ण समाज के लोगों ने अभियुक्तों के पक्ष में धरना भी किया और निष्पक्ष जांच की मांग की.