हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के कथित गैंगरेप और हत्या के आरोप में अलीगढ़ जेल में बंद चारों आरोपियों को पॉलीग्राफ टेस्ट होगा. चारों आरोपियों का टेस्ट कराने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की टीम उन्हें लेकर गुजरात पहुंच गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुजरात के गांधीनगर में चारों आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट और ब्रैन मैपिंग होगी. बता दें कि प्रदेश सरकार ने हाथरस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई की सिफारिश की थी.
चश्मदीद छोटू नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए तैयार
वहीं, हाथरस प्रकरण में खुद को घटना का चश्मदीद बताने वाला छोटू नाम का युवक नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए तैयार था. उसका कहना था कि सच सामने लाने के लिए वह टेस्ट के लिए तैयार है, साथ ही पीड़िता के परिजनों का भी टेस्ट होना चाहिए. उधर, युवक की मां ने टेस्ट पर आपत्ति जताते हुए बेटे को नाबालिग बताया है. छोटू की मां का कहना है कि वह नहीं चाहती कि छोटू का नारको-पॉलीग्राफ टेस्ट हो. वहीं छोटू के भाई का कहना है कि इस घटना के बाद उसका परिवार काफी परेशान है. एक तरह से उनकी रोजी-रोटी छिन गई है.
छोटू का कराया था कोरोना टेस्ट
सीबीआई की टीम 19 नवंबर को फिर पीड़िता के गांव पहुंची थी. टीम ने पीड़िता के परिजनों से की पूछताछ की और खुद को वारदात का चश्मदीद बताने वाले युवक छोटू को साथ लाकर जिला अस्पताल में उसका कोरोना का टेस्ट कराया. दरअस, घटना के वक्त पास के ही खेत में काम कर रहे एक युवक छोटू ने घटना स्थल पर सबसे पहले पहुंचने का दावा किया था. इसका घर पीड़िता के घर से थोड़ी दूरी पर ही है. यही युवक घटना के तुंरत बाद पीड़िता के भाई को बुलाने के लिए उसके घर आया था. सीबीआई छोटू से कई बार पूछताछ कर चुकी है. युवक के अनुसार सीबीआई उससे 20 से अधिक बार पूछताछ कर चुकी है.
नेगेटिव आया कोरोना टेस्ट
छोटू ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि सीबीआई ने गुरुवार को उसका कोविड-19 का टेस्ट कराया, जो नेगेटिव आया है. सीबीआई उसका नार्को-पॉलीग्राफ कराने की बात कर रही है. वह नार्को टेस्ट के लिए तैयार है. युवक ने कहा कि वह सीबीआई की बहुत इज्जत करता है. सच सामने आना चाहिए. उसने कहा कि पीड़ित परिवार के सदस्यों का भी टेस्ट होना चाहिए.