अगरतला: त्रिपुरा सरकार ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए मेडिकल किट, सुरक्षात्मक गियर, दवाइयां खरीदने में कथित अनियमितता के लिए राज्य स्वास्थ्य सुरक्षा और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक को उनके पदों से हटा दिया है. राज्य मंत्री रतन लाल नाथ ने बताया कि एक जांच का आदेश दिया गया है.
कानून और शिक्षा मंत्री रतन लाल नाथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दो सदस्यीय समिति – उद्योग और वाणिज्य विभाग के सचिव गिट्टे किरनकुमार दिनकरराव और वित्त सचिव तनुश्री देब बर्मन-आरोपों पर गौर करेंगे.
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सचिव देवाशीष बसु और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की त्रिपुरा मिशन की निदेशक अदिति मजुमदार को अस्पतालों में कोरोनो वायरस रोगियों की मेडिकल किट, सुरक्षात्मक गियर, दवाइयां खरीदने और अनियमित खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने में अनियमितता के आरोपों के बाद उनके पद से हटा दिया गया है.
मंत्री ने कहा कि गुरुवार और शुक्रवार को लगातार दो परीक्षणों में त्रिपुरा के दूसरे कोरोना वायरस मरीज के स्वाब के नमूने नकारात्मक पाए गए हैं. त्रिपुरा राज्य राइफल्स के एक जवान और उत्तर प्रदेश के निवासी 32 वर्षीय मरीज को शनिवार को सरकारी गोविंद बल्लभ पंत मेडिकल कॉलेज और अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी.
मंत्री के अनुसार, हाल ही में बांग्लादेशी नागरिकों के निकट संपर्क में आए 11 लोगों के स्वाब के नमूनों का भी नकारात्मक परीक्षण किया गया. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, त्रिपुरा में कुछ हफ्तों तक रहने के बाद कम से कम छह बांग्लादेशी नागरिक 7 अप्रैल को अपने देश लौट आए थे और फिर उनमें से दो ने पड़ोसी देश में कोरोना के लिए सकारात्मक परीक्षण किया.