संपूर्ण राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति: सीएम हेमंत
रांची:मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के निधन से गहरा दुःख व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने कहा यह सम्पूर्ण राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है. उनका पूरा जीवन राष्ट्र की सेवा को समर्पित था. भगवान उनकी आत्मा को शांति दें. दुःख की इस घडी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों के प्रति है.
बहुमुखी व्यक्तित्व के धनी थे प्रणव मुखर्जी: रघुवर दास,
बहुमुखी व्यक्तित्व के धनी, विद्वान राजनेता भारत रत्न प्रणब मुखर्जी जी के निधन की सूचना से मर्माहत हूँ. उनका जाना एक युग की समाप्ति है. ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें. साथ ही उनके परिजनों और शुभचिंतकों को यह आघात सहने की शक्ति प्रदान करे. मेरे प्रति उनका स्नेह अविस्मरणीय है. रविंद्र भवन का शिलान्यास करने वे रांची आए थे, तब मुझे उनका सानिध्य प्राप्त हुआ. उनके साथ बिताए हुए पल मुझे सदैव याद रहेंगे. वह हमेशा कहते थे की सत्ता मिलने पर गरीब और जरूरतमंद की सेवा ही उसका एकमात्र लक्ष्य होना चाहिए. उनका यूं चले जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है, लेकिन उनकी सीख हमेशा मेरे साथ रहेगी.
विलक्षण प्रतिभा के धनी थे प्रणव बाबू : हरिवंश
देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के निधन पर राज्यसभा के पूर्व उपसभापति हरिवंश ने गहरा शोक व्यक्त किया है. अपने शोक संदेश में हरिवंश ने कहा कि प्रणव मुखर्जी भारतीय राजनीति,समाज के चितेरा थे. वे देश के राष्ट्रपति तो रहे ही,कई अन्य महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए उन्होंने जिम्मेवारियां निभायीं. उन्हें जो पद मिला या जो जिम्मेवारियां मिली,अपने ज्ञान,अनुभव और व्यवहार से उस पद की गरिमा बढ़ाये. वे सच्चे अर्थों में बेस्ट पार्लियामेंट्रियन थे।श्री हरिवंश ने कहा कि भारतीय समाज,संस्कृति और राजनीति का उनका ज्ञान चमत्कृत करता था. उनसे जब भी निजी रूप से मिलना हुआ,वह देश से लेकर दुनिया स्तर की बात मौलिकता के साथ बताते. हरिवंश द्वारा लिखित पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जी की जीवनी ‘चन्द्रशेखर:द लास्ट आइकॉन ऑफ आइडियोलॉजिकल पॉलिटिक्स’ पुस्तक की भूमिका प्रणव मुखर्जी ने ही लिखी है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा,
देश ने आज अपना सच्चा राजनेता और दूरदर्शी जन नायक भारत रत्न श्रद्धेय प्रणव मुखर्जी को खो दिया. उनके निधन से राष्ट्र में एक वैचारिक शून्यता की सृष्टि हुई है. मुझे कई बार उनका सानिध्य प्राप्त हुआ एवं आशीर्वादरूपी मार्गदर्शन भी मिला जिसके लिए मैं धन्य हूँ तथा सदैव ऋणी रहूँगा. ईश्वर दिवंगत शुद्ध एवं शीतल आत्मा को शांति प्रदान करे एवं हमे भी शक्ति दे कि इस अपूरणीय क्षति को सहन की जा सके.
झारखंड स्टेट बार काउंसिल के वाइस चेयरमैन में शोक जताया
झारखंड स्टेट बार कौंसिल के वाईस चेयरमैन और वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश कुमार शुक्ल ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति देशरत्न प्रणव मुखर्जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है तथा इसे भारत की अपूरणीय क्षति और अपनी निजी क्षति बताया है. शुक्ल ने कहा है कि प्रणव दा मेरे राजनीतिक गुरु और अभिभावक थे तथा बराबर अपनापन, स्नेह और मार्गदर्शन तथा आशीर्वाद देते थे.जब प्रणव दा भारत के वित्त मंत्री थे तो उन्होंने शुक्ल को झारखंड ग्रामीण बैंक का भारत सरकार की तरफ से निदेशक बनाया था.प्रणव दा बराबर शुक्ल की खबर लेते थे जब रांची राजभवन में आये थे तो कार भेजकर श्री शुक्ल को रांची बुलवाकर मिले थे. शुक्ल ने आज प्रणव दा के निधन की खबर सुनी तो फफक कर रो पड़े. शुक्ल ने कहा कि यह उनकी निजी क्षति है. उनकी कमी बराबर खलेगी. शुक्ल ने प्रणव दा की सुपुत्री शर्मिष्ठा मुखर्जी से बात की तथा इस कष्ट में अपने को भी सहभागी बताया.
बाबूलाल मरांडी ने कहा,
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न प्रणव मुखर्जी के आकस्मिक निधन पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है बबलू मुंडा ने कहा प्रणव दा मृदभाषी व्यक्तित्व के धनी थे प्रणब दा भारत के राजनीति के एक सर्व मान्य नेता थे ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे .
डॉ मनोज कुमार,पुर्व सदस्य ,राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग,
भारत के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न प्रणब मुखर्जी जी के निधन पर डॉ मनोज कुमार, झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पुर्व सदस्य सह भाजपा नेता ने गहरा शोक प्रकट किया है.डॉ कुमार ने कहा कि स्वर्गीय मुखर्जी सहज सरल व्यक्तित्व के साथ बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. एक राजनीतिक, सामाजिक कार्यकर्ता के साथ भारत सरकार के मंत्री या फिर भारत के राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने भारत को एक नई दिशा देने का काम किया. इनके निधन से पूरा देश शोकाकुल है ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें एवं उनके परिजन को इस दुख की घड़ी में दुख सहन करने की शक्ति दें.
देश के लिए अपूरणीय क्षति: झारखंड चैम्बर ऑफ कॉमर्स
रांची:भारत के पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी के निधन पर प्रदेश के व्यापार व उद्योग जगत की प्रतिनिधि संस्था फेडरेशन ऑफ झारखण्ड चैंबर ऑफ काॅमर्स एण्ड इन्डस्ट्रीज ने दुख प्रकट करते हुए कहा कि मुखर्जी का यूं चले जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है. चैंबर अध्यक्ष कुणाल अजमानी, महासचिव धीरज तनेजा और कोषाध्यक्ष मनीष सर्राफ ने संयुक्त रूप से दुख प्रकट करते हुए कहा कि मुखर्जी की तार्किक क्षमता और रणनीतियां बहुत प्रभावी रही हैं. देश में कर सुधार की दिशा में जीएसटी जैसे क्रांतिकारी परिवर्तन के सूत्रधार मुखर्जी ने शासन, राजनीति, समाज और संसद पर अपनी अमिट छाप छोडी है. उन्होंने झारखण्ड प्रवास के दौरान दोनों ही बार झारखण्ड चैंबर आॅफ काॅमर्स के साथ मुलाकात कर, प्रदेश की व्यवसायिक और औद्योगिक गतिविधियों पर हमारे विचार जाने थे. स्मरणीय है कि प्रदेश के विकास हेतु हमारे द्वारा दिये गये प्रायः सभी सुझावों पर मुखर्जी ने तत्काल केंद्र और राज्य सरकार को यथोचित कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था. उन्होंने झारखण्ड में व्यापार और उद्योग की उन्नति के लिए चैंबर द्वारा किये जा रहे प्रयासों की भी सराहना की थी और कहा था कि किसी भी प्रदेश का विकास उसकी अर्थव्यवस्था पर निर्भर करता है और इस दिशा में फेडरेशन चैंबर का प्रयास प्रशंसनीय है. झारखण्ड में औद्योगिक विकास की असीम संभावनाओं को देखते हुए उन्होंने फेडरेशन चैंबर को राज्य सरकार के साथ मिलकर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया था.
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और परिजनों को संकट सहन करने की शक्ति दे.