रांची : झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अमित कुमार ने झारखण्ड सरकार के उद्योग विभाग एवं परिवहन विभाग में अनुबंध पर कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटरों को हटाने की प्रक्रिया शुरू करने पर कड़ी आपत्ति जाहिर की है.
उन्होंने कहा कि चुनाव में राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने घोषणा पत्र में राज्य की सवा तीन करोड़ जनता से यह वादा किया था कि यदि हमारी सरकार बनी तो हम अनुबंध कर्मियों को परमानेंट कर देंगे एवं उन्हें समान काम के बदले समान वेतन भी देंगे.
लेकिन सरकार बनते ही हेमंत राज में अनुबंध कर्मियों को परमानेंट करने के बजाय उन्हें नौकरी से निकालने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अमित कुमार ने झारखंड की वर्तमान हेमंत सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि ऐसे फैसले जल्द से जल्द उद्योग विभाग एवं परिवहन विभाग वापस ले और अनुबंध कर्मियों को उनकी नौकरी छीनने के बजाय उनकी सेवा नियमित करने एवं उन्हें समान काम के बदले समान वेतन देने की योजना बनाएं.
उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार यदि राज्य के युवाओं को नौकरी नहीं दे सकती है तो अनुबंध पर कार्य कर रहे उद्योग विभाग एवं परिवहन विभाग सहित अन्य विभागों से अनुबंध कर्मियों की नौकरी छीनने का उन्हें कोई हक नहीं है. भाजपा हेमन्त सरकार में इस प्रकार के उठाए गए कदम का कड़ा विरोध करती है. उन्होंने कहा कि अनुबंध कर्मियों के प्रति झारखंड सरकार की उदासीन रवैया को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट को भी हस्तक्षेप करना पड़ा.
सुप्रीम कोर्ट द्वारा यह आदेश भी दिया गया कि अनुबंध कर्मियों की सेवा नियमित करने की दिशा में सरकार कदम उठाएं।बावजूद इसके राज्य की वर्तमान हेमंत सरकार में अनुबंध कर्मियों को नियमित करने के बजाय उनकी नौकरी छीनने का काम किया जा रहा है जो अनुचित है.
।सच तो यही है कि हेमंत सरकार के 6 महीने बीत जाने के बाद भी अब तक एक भी युवा को रोजगार नहीं मिलना,नौकरी नही मिलना युवाओं के साथ सबसे बड़ा धोखा है.
अमित कुमार ने सरकार से मांग किया कि परिवहन विभाग से हटाए गए कंप्यूटर ऑपरेटरों को वापस उनकी नौकरी दी जाए एवं उद्योग विभाग में अनुबंध पर कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटरों को हटाने के फैसले को अविलंब वापस लेते हुए उन्हें उनकी नौकरी पर यथावत रखा जाए.