रांची: भाजपा नेता एडवर्ड सोरेन ने कहा है कि संथालों के विकास के बडे़ बाधक हेमंत सोरेन है. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन को राजनीति संघर्ष से नहीं विरासत में मिली है. राजनीति को सोरेन परिवार ने अपने व्यक्तिगत स्वार्थ की पूर्ति और लिप्सा के लिए इस्तेमाल किया.
सोरेन परिवार से राज्य में दो मुख्यमंत्री बने. संथाल की जनता को उनसे काफी उम्मीदें थी पर उन्होंने इस उम्मीद को तोड़ने का काम किया.संथाल में डुगडुगी बजाकर लोगों की भीड़ जमा की और उस भीड़ का अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए इस्तेमाल किया.
एडवर्ड सोरेन ने कहा कि हेमंत सोरेन के रहते संथाल इलाका 21वीं सदी में भी 17 वीं सदी के दौर में रहा. ना सड़के बनी ना पुल पुलिया, ना रेल और ना ही कनेक्टिविटी की कोई और सुविधा. अगर भाजपा सरकार ना होती तो संथाल आज भी पिछड़ा होता.
संथाल इलाके में विकास के जो भी काम हुए वह भाजपा सरकार की देन है. हेमंत सोरेन जब मुख्यमंत्री बने और पावर में रहे तो इनका सिर्फ एक ही काम रहा. सीएनटी एसपीटी एक्ट का उल्लंघन करते हुए आदिवासियों की जमीनें हड़पी. करोड़ों की संपत्ति बनाई. उनके भाई भी उसी लूट का हिस्सा बने और माइंस घोटाला में शामिल हुए.
एडवर्ड सोरेन ने कहा कि हेमंत सोरेन के कुकृत्य से संथाल की जनता आहत है. इन्होंने अपने कार्यों से साबित किया है कि वह संथाल के विकास के सबसे बड़े बाधक हैं.