जमशेदपुर :– सरायकेला- खरसावां जिला में गजराजों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. जहां आए दिन गजराज अपना आतंक से स्थानीय लोग भय का साया में जी रहे हैं. ताजा मामला ईचागढ़ थाना क्षेत्र का है जहां शनिवार अहले सुबह जंगली हाथियों के झुंड ने सालुकडीह के 24 वर्षीय लक्ष्मण महतो को कुचल डाला. जिससे लक्ष्मण महतो की मौके पर ही मौत हो गई. बताया जाता है कि लक्ष्मण महतो सुबह शौच के लिए निकला था. इसी दौरान हाथियों के झुंड की चपेट में आ गया.
आपको बता दें कि बीते 31 दिसंबर को भी जंगली हाथियों के झुंड ने कुकड़ू प्रखंड के कारकाडीह के जंगलों में एक महिला और एक बच्ची को कुचल दिया था. जिसे महिला की मौके पर ही मौत हो गई थी. वहीं शनिवार की घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी और स्थानीय विधायक सविता महतो मौके पर पहुंची.
जहां वन विभाग के अधिकारियों को ग्रामीणों के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा. जहां ग्रामीणों ने करीब आधे घंटे तक वन विभाग के अधिकारियों को बंधक बनाए रखा. वहीं पीड़ित परिवार को तत्काल मुआवजा राशि के रूप में 31 हजार रूपए उपलब्ध कराया गया.
साथ ही विधायक सविता महतो ने एक माह के भीतर पीड़ित परिवार को पूरा मुआवजा दिलाने और ग्रामीणों को हाथियों से सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने का निर्देश वन विभाग के अधिकारियों को दिया. वैसे सवाल ये उठता है कि आखिर आए दिन जंगली हाथियों के उत्पात से ग्रामीणों की जान जा रही है वही जान-माल की क्षति को देखकर ग्रामीणों में भय का माहौल प्राप्त है. ऐसे में भला गांव के लोग की रक्षा कैसे की जाए. इसका जिम्मेदार कौन है.