पांचवे तल को डेवलप किया जाएगा
हजारीबाग:- एजीएम की घटना की जांच 3 सदस्यीय कमिटी से कराने पर बहुमत से फैसला हुआ . इस संबंध में पूर्व में प्रियंका मिश्र ने आवेदन दिया था. 4 मार्च को भी बैठक में इस पर सहमति बनी थी.उपाध्यक्ष पिंटू दुबे, सचिव अखिलेश सिंह, सह सचिव जावेद अख्तर, प्रियंका मिश्र, सुनील सिंह, सुनील गुप्ता, अमित दास, शहरोज़ कमर ने सहमति दी. अमित दास, जावेद अख्तर और पिंटू दुबे ने सुझाव दिया कि मामले में कमिटी को सुलझा लेना चाहिए.
जयशंकर कुमार ने कहा कि अनुशासन समिति का मामला आज के एजेंडा में शामिल नही था. फिर भी इस पर चर्चा हुई,जिसमे वर्तमान अनुशासन समिति से इत्तर 3 सदस्यीय नई कमिटि को जांच का जिम्मा दिए जाने पर सहमति बनाने की कोशिश हुई. इस परिस्थिति में वर्तमान अनुशासन कमिटि की नैतिक जिम्मेवारी बन जाती है कि वो अस्तित्व में न रहे.इसलिए उन्होंने खुद को अनुशासन कमिटि से अलग कर लिया. साथ ही सुझाव दिया कि जिस तरह 5 सदस्यीय जांच कमिटि पूर्व में थी उसी तरह एक बार फिर 5 सदस्यीय कमिटि बने. उनका मानना ये भी है कि जो मेम्बर ंहउ के दौरान मौजूद थे उन्ही में से 5 लोगों को जांच का जिम्मा दिया जाय. उनकी तरफ से जो 5 नाम उपयुक्त हैं उनमें संजय मिश्रा जी,शम्भू नाथ चौधरी जी,किसलय जी(इंटरनल ऑडिटर),दिव्यांशु जी,विनय चतुर्वेदी जी.