ह्यूस्टन में एनआरजी स्टेडियम में मोदी ने कहा, ‘‘आज भारत पहले के मुकाबले और तेज गति से आगे बढ़ना चाहता है। भारत कुछ लोगों की इस सोच को चुनौती दे रहा है, जिनकी सोच है कि कुछ बदल ही नहीं सकता। बीते पांच सालों में 130 करोड़ भारतीयों ने हर क्षेत्र में ऐसे नतीजे हासिल किए हैं जिनकी पहले कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था।’ इससे पहले ट्रंप ने आतंकवाद की चर्चा करते हुए कहा, ‘‘हम निर्दोष नागरिकों की कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवाद के खतरे से रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।” ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका समझते हैं कि अपने समुदाय को सुरक्षित रखने के लिए हमें अपनी सीमाओं की रक्षा करनी होगी। सीमा सुरक्षा भारत और अमेरिका दोनों, के लिए महत्वपूर्ण है, यह हम समझते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को हाउडी मोदी (Howdy Modi) कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मौजूदगी में आतंकवाद के खिलाफ ‘निर्णायक लड़ाई’ का आह्वान किया और पाकिस्तान का नाम लिये बिना उसे अमेरिका में 9/11 से लेकर मुंबई के 26/11 आतंकी हमले के लिये जिम्मेदार ठहराया। मोदी ने भारतीय मूल के लोगों से खचाखच भरे एनआरजी स्टेडियम में पाकिस्तान का नाम लिये बिना कहा कि भारत जो विकास कार्य कर रहा है, उससे कुछ लोगों की दिक्कत हो रही है। उन्होंने पाकिस्तान के शासकों की ओर संकेत करते हुए कहा, ‘‘जिनसे खुद अपना देश नहीं संभलता, इन लोगों ने भारत के प्रति अपनी नफरत को अपनी राजनीति का केंद्र बना दिया है। ‘
अमेरिका में 9/11 हो या मुम्बई में 26/11… उसके साजिशकर्ता कहां पाये जाते है?” अमेरिकी राष्ट्रपति की मौजूदगी में मोदी ने कहा, ‘‘अब समय आ गया है कि आतंकवाद के खिलाफ और आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जाए. मैं यहां पर जोर देकर कहना चाहूंगा कि इस लड़ाई में राष्ट्रपति ट्रंप पूरी मजबूती के साथ आतंक के खिलाफ खड़े हुए हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका में यह बात ऐसे समय में कही है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी संयुक्त राष्ट्र महासभा के सम्मेलन में हिस्सा लेने अमेरिका पहुंचे हैं। इमरान की भी ट्रंप से मुलाकात होने वाली है। मोदी ने कहा कि भारत में बहुत कुछ हो रहा है, बहुत कुछ बदल रहा है और बहुत कुछ करने के इरादे लेकर हम चल रहे हैं। हमने नई चुनौतियां तय करने की, उन्हें पूरा करने की एक जिद ठान रखी है। प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति को सपरिवार भारत आने का न्योता भी दिया।