रांची: झारखण्ड राज्य सूचना आयोग में रिक्त पड़े मुख्य सूचनायुक्त व राज्य सूचनायुक्तों की बहाली की मांग को लेकर भारतीय सूचना अधिकार रक्षा मंच के आवाहन् पर राज्य के सैकडों आरटीआई कार्यकर्ताओ, समाजसेवियों एवं मंच के सक्रिय सदस्यों द्वारा मंगलवार को अपने-अपने घरों में पूर्वाहन 11 बजे से अपराहन् 4 बजे तक उपवास रखा गया. आयोग को पंगु बनाने के इस उदासीन रवैये के विरोध में भी यह उपवास रखा गखा गया था.
मंच के केन्द्रीय अध्यक्ष रविकांत पासवान ने लातेहार के चन्दनडीह स्थित अपने आवास में तो मंच के केन्द्रीय महासचिव आनन्द किशोर पण्डा ने गुमला स्थित अपने आवास में उपवास रखा. वहीं आरटीआई ट्रेनर विक्की कुमार साहू ने भी अपने आवास पर भूख हड़ताल किय , इसी तरह रांची में एस० मृदुला, केदार नाथ पाण्डेय , कृष्ण कुमार मधुप, शैलेन्द्र सिंह, राजेश श्रीवास्तव, लोहरदगा में शकिल अख्तर, प्रदीप राणा, संजय पाण्डेय, देवधर मे दिनेश लाल, गिरीडीह में सुनील कुमार शर्मा, कपिलदेव पाण्डेय, ब्रजेश कुमार पाण्डेय, सुनील खंडेलवाल एवं सिद्धीकी अंसारी , धनबाद में पंकज श्रीवास्तव, हजारीबाग में प्रमोद चौहान, अभिषेक जैन बुण्डू में किशन कुमार गोन्झु, कृष्ण गोपाल वंशीधर एवं रंजीत महतो एवं बिकेश्वर महतो, तमाड़ से संतोष कुमार गुप्ता, सिमडेगा में दीपेश निराला, खूंटी में अनील भगत, पंकज साहू, केसवचंद महतो, गढ़वा में ललन शर्मा, पलामु में जय प्रकाश अग्रवाल, चतरा से रविकांत कुंवर, रामगढ मे ललन शर्मा, चिंकी कुमारी, लातेहार से लालमोहन सिंह, फुन्नू भुईयां, शाहबाज आलम, गुरफान अहमद, सरायकेला-खरसावां से प्रकाश महतो के साथ अन्य सैकड़ों कार्यकर्त्ता अपने अपने घरों में पांच घण्टे उपवास रखकर राज्य में सूचनायुक्त व मुख्य सूचनायुक्तो की नियुक्ति को लेकर सोई हुई सरकार को जगाने का काम किया.
मंच के केन्द्रीय अध्यक्ष रविकांत पासवान ने कहा कि जब सरकार को पता था कि झारखण्ड राज्य सूचना आयोग में 8 मई को एकल सूचनायुक्त हिमांशु शेखर चौधरी अपने पद से स्वत: सेवानिवृत हो रहे है और इसके बाद आयोग में सृजित 10 सूचनायुक्त में से एक भी एक का भी बहाली नही हुई है और ना ही आयोग में मुख्य सूचनायुक्त ही है तो फिर जानबुझकर ये ड्रामेबाजी की गई. लॉकडाउन के कारण आयोग सूचनाधिकार (आरटीआई) की मामले का सुनवाई होगी कह कर आम जनता एवं आरटीआई कार्यकर्ताओ को बुडबक बना रही है. जब आयोग में कोई सूचनायुक्त रहेगा ही नही तो फिर सुनवाई कहां, किस परिस्थिती में होगा.
मंच के केन्द्रीय महासचिव आनन्द किशोर पण्डा ने कहा इसके पूर्व भाजपा की रघुवर सरकार द्वारा भी सूचना आयोग के प्रति बिल्कुल उदासीन रवैये था और अब कांग्रेस- जेएमएम का गठबंधन हेमन्त सरकार भी वही काम कर रही है. सिर्फ बहाली के लिए विज्ञापन निकालकर इसे ठंढे बस्ते में डाल दिया गया है जो आम लोगों के सूचना का अधिकार जो एक मौलिक अधिकार है उसका हनन् किया किया जा रहा है. आयोग में आयुक्त नहीं रहने से सूचना मांगने वाले परेशान है जो कतई उचित नही है.