रांची: पूर्व भाजपा नेता सरयू राय ने कहा कि महिला आयोग की नोटिस का मुंझे भी इंतजार है. नोटिस आने के बाद वे उन्हें कठघरे में खड़ा करेंगे. एक षडयंत्र के तहत उनके खिलाफ जमीन विवाद का मामला खड़ा किया गया है.
जमीन का मामला राजस्व विभाग से जुड़ा है. इस मामले में महिला आयोग को दखल देने का कोई अधिकार नहीं है. आरोप लगाने से पहले दस्तावेज की जांच कर लेनी चाहिए. श्री राय शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
राय ने कहा कि इस जमीन की कॉमन बाउंड्री 2001 में रूप से कराई गई थी. उन्होंने चार लोगों से उक्त जमीन को खरीदा. इसका दाखिल-खारिज भी हो चुका है. बाउंड्री होने के वक्त किसी ने आवाज नहीं उठाई. अब शिकायत करना साजिश की ओर इशारा करता है.
उन्होंंने कहा कि वर्ष 1975 से यह जमीन चार बार बिक चुकी है. जमीन से जुड़े मामले की जांच राजस्व विभाग करेगा. शिकायतकर्ता को भी वहीं शिकायत करनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि महिला आयोग से अभी तक उन्हें नोटिस नहीं मिला है.
वे नोटिस का इंतजार कर रहे हैं. इसके मिलने पर उसका वे इस्तेमाल करेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या इसके पीछे किसी व्यक्ति का हाथ है, उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. हालांकि ऐसा करने वाले व्यक्ति को सामने आना चाहिए.
राय ने कहा कि महिला आयोग की अध्यक्ष कल्याणी शरण जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा से भाजपा का बैच, झंडा लेकर रघुवर दास के पक्ष में प्रचार कर रही थी. आयोग अर्द्ध न्यायिक संस्थाए है. उनके इलेक्शबन एजेंट ने दिल्ली निर्वाचन आयोग और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से इस बारे में शिकायत भी की है.
प्रचार करने से पहले उन्हें यह पद छोड़ देना चाहिए. ऐसा नहीं करने पर नियम के तहत अधिकारी को उनपर कार्रवाई करनी चाहिए.