धनबाद: जेल से समाहरणालय नामांकन पत्र दाखिल करने जाते वक्त संजीव सिंह ने कहा कि नीरज की हत्या से मुझे कोई लाभ नही मिलने वाला था. स्व. नीरज के मौसेरे भाई हर्ष सिंह नीरज हत्या कांड का पूरा लाभ उठा रहे हैं.
झरिया से भाजपा के विधायक रहे और नीरज हत्याकांड के आरोप में धनबाद जेल में बन्द संजीव सिंह ने आज कहा कि हर्ष सिंह को मालूम था कि संजीव के बाहर रहते उसे क्षेत्र में राजनीतिक या आर्थिक लाभ नहीं मिल सकता. हर्ष ने रघुकुल के सदस्यों के साथ साजिश रचकर मुझे (संजीव) नीरज हत्या कांड में फंसाया है. उन्होंने कहा कि कोर्ट से CBI जांच की गुहार लगाया हूं ताकि असली हत्यारों का चेहरा सामने आ सके.
संजीव सिंह आज हमलावर लहजे में बोलते हुए कहा कि सिंह मेंशन के लोग व्यापारी, मध्यम एवम निम्न वर्ग के लोगों को डरा धमका कर वसूली नहीं करते. झरिया बाजार का एक भी व्यापारी मेंशन पर आरोप नहीं लगा सकता लेकिन पूरा सरायढेला क्षेत्र गवाह है कि रघुकुल और उनके समर्थकों का उस क्षेत्र में कितना आतंक हैं. जमीन कारोबारियों से वसूली के लिए कौन घराना जाना जाता है. संजीव ने कहा नीरज सिंह अच्छे इंसान थे. मेरे उनके बीच वैचारिक मतभेद थे. उन्होंने कहा हर जन्म में उन्हें रागिनी सिंह जैसी जीवन साथी मिले.
संजीव ने कहा कि यह समझने की बात है कि नीरज की हत्या से किसे राजनीतिक और आर्थिक लाभ मिल रहा है रघुकुल को या धैय्या वाले हर्ष सिंह को.