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स्किल डेवलपमेंट से संबंधित जिला प्रशासन की योजनाओं को लेकर बैठक
दुमका: उपायुक्त राजेश्वरी बी की अध्यक्षता में स्किल डेवलपमेंट से संबंधित जिला प्रशासन की योजनाओं को लेकर बैठक सोमवार को हुई. इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार को ध्यान में रखते हुए इन योजनाओं पर कार्य किये जाएं.
अधिक से अधिक महिलाओं को इन योजनाओं से जोड़कर स्किल डेवलपमेंट का कार्य किया जाए. महिलाओं को शगुन सूतम के माध्यम से कपड़ा सिलाई का प्रशिक्षण दिया जायेगा.
प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी महिलाओं के जीवन में निश्चित रूप से बदलाव आएगा. 15-15 महिलाओं का समूह बनाकर उन्हें 30 दिन का प्रशिक्षण दिया जायेगा.
उपायुक्त ने कहा कि 10वीं और 12वीं उत्तीर्ण कर चुकी बच्चियां भी अगर सिलाई का कार्य सीखना चाहती हों, तो उन्हें भी प्रशिक्षण दिया जाये. प्रशिक्षण देने का कार्य इसाफ द्वारा किया जायेगा. जामा, काठीकुंड और हरिपुर के शगुन सूतम केंद्र में महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा.
उपायुक्त ने कहा कि किसी भी केंद्रों पर अगर मशीन मरम्मत की जरूरत हो, तो इसे जल्द से जल्द पूरा कर लें. स्कूल ड्रेस बनाने से संबंधित जो भी कार्य इन केंद्रों को प्राप्त हुए हैं और कोविड-19 के कारण पूर्ण नहीं हो सके हैं, उन्हें जल्द से जल्द पूर्ण किया जाये. निर्धारित समयावधि में आपूर्ति सुनिश्चित हो, इसका ध्यान रखा जाये.
उपायुक्त ने इसाफ को आदेश दिया है कि पहाड़िया समाज के लोगों को भी बाली फुटवेयर के तहत चप्पल निर्माण करने का प्रशिक्षण दें. खजूर के पत्ते से निर्मित फुटवेयर का प्रशिक्षण देने को कहा गया.
मसालिया, शिकारीपाड़ा, गोपीकांदर और रामगढ़ प्रखंड में एसएचजी आउटलेट बनाये गए हैं. यहां स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित विभिन्न उत्पादों को बेचा जाएगा.
उपायुक्त ने प्रथम चरण में गोपीकांदर और शिकारीपाड़ा में निर्मित एसएचजी आउटलेट को शुरू करने का निर्देश दिया है. अन्य प्रखंडों में अगले चरण में इसे शुरू किया जाएगा.
बैठक में उप विकास आयुक्त डॉ संजय कुमार सिंह, जिला योजना पदाधिकारी अरुण कुमार द्विवेदी, इसाफ के प्रतिनिधि, डीपीएम जेएसएलपीएस आदि उपस्थित थे.