नई दिल्लीः सीएए और एनआरसी को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुलिस कार्रवाई का समर्थन किया है.
शाह ने कहा, “जो लोग सवाल पूछ रहे हैं वे ज़रा एक दिन पुलिस की वर्दी पहन कर खड़े हो जाएँ. कोई ये नहीं पूछता कि बस क्यों जलाई गई? गाड़ियाँ क्यों जलाई गईं? लोगों को उतार-उतार कर बसें जलाई गईं. जब लोग हिंसा करेंगे तो पुलिस गोली चलाएगी ही.”
अमित शाह ने कहा कि पुलिस को अपनी भी जान बचानी होती है और लोगों को भी बचाना होता है. कोई ये पूछ रहा है कि बस क्यों जली? बस ना जलती तो डंडा ना चलता.
कई राज्यों में हुए हिंसा में पीपुल्स फ़्रंट ऑफ़ इंडिया (पीएफ़आई) पर लगे आरोप के बारे में उन्होंने कहा कि ये कोई राजनेता नहीं कह रहा है, ये राज्य पुलिस की रिपोर्ट है. वहीं पीएफ़आई पर प्रतिबंध लगाने के बारे में उन्होंने कहा कि देश के गृहमंत्री होने के नाते किसी पर बैन लगाने से पहले वे इस पर कुछ नहीं कहेंगे.