Ranchi: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सरोज सिंह ने प्रतिक्रिया ब्यक्त करते हुए कहा कि सांसद निशिकांत दुबे के डिग्री को लेकर झारखण्ड मुक्ति मोर्चा को अगर कोई आपत्ति है तो जाँच हो, पार्टी को इसका बिरोध नही है हम चाहते है कि इसका निष्पक्ष जाँच हो और स्वयं संसद महोदय ने चुनाव आयोग को स्थिति अस्पस्ट करने के लिए पत्र लिखा है लेकिन सरकार की मंशा निशिकान्त दुबे द्वारा उठाए बिषय और अन्य विषयो से ध्यान भटकाने के लिए उलूल जलूल सवाल उठाए जा रहे है
नही तो बिना FIR हुए, बिना जांच की जिमेवारी मिले किस हैसियत से CID ने पत्र लिख कर निशिकान्त दुबे के डिग्री पर जबाब मांगा वो भी बिस्वबिद्यालय के जगह कॉलेज से
और जिस तारिख को कथित जबाब आता है उसी तारीख को झामुमो के twitra अकाउंट से पोस्ट होता है, तो क्या CID आजकल झामुमो को रिपोर्ट करती है
ऐसा प्रतीत होता है कि झामुमो किसी दूसरे बिषय से ध्यान भटकाने के लिए यह सब हरकत कर रही है
चुनाव आयोग के हलफनामे का कोई मामला है तो उसके जांच चुनाव आयोग करेगा और इनके लिए स्वयं संसद निशिकांत जी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है और चुनाव आयोग को स्थिति स्पस्ट कारणों को कहा है
साथ मे संसद निशिकांत दुबे जी ने जो माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त शोरेन जी पर जो सवाल उठाया है उसका जबाब देना चाहिए ये बहुत ही गम्भीर आरोप के श्रेणी में आता है ऐसे गभीर आरोप जब एक महत्वपूर्ण पद पर बैठे ब्यक्ति पर लगे तो जबाब भी देना चाहिए,और सचाई भी सामने आना चाहिये
खेलगांव में कोरोना के बिना लक्षण वाले लोगों को भी रखने की तैयारी, चार टावर भी बनाये गए हैं
– टावर 3 और 4 में 620 बेड रखे गए हैं
-टावर 1 और 2 में फिलहाल 30-30 बेड रखे जाएंगे
खेलगांव में बिना लक्षण वाले मरीजों को रखने की तैयारी पूरी हो गई है. बुधवार से यह शुरू भी किया जाएगा. पहले चरण में खेलगांव स्टेडियम के एथलेटिक्स स्टेडियम के टॉवर नंबर तीन और चार में आइसोलेशन सेंटर बनाया जाएगा. पहले चरण में 620 बेड लगाए गए हैं. टावर तीन के नीचले तल्ले में बने हॉल को महिलाओं के लिए रिजर्व किया गया है. जिसमें 80 बेड रहेंगे. दरअसल टावर तीन और चार के कुल 16 हॉल में कोविड मरीजों को रखने की व्यवस्था की गई है. प्रत्येक हॉल में 40 बेड की व्यवस्था की गई है. वहीं, टावर 1 और 2 में भी तैयारी चल रही है. इन दोनों टावर में फिलहाल 30-30 बीएड रखे जाएंगे. आपता स्थिति से निपटने के लिए डीसी छवि रंजन ने सिविल सर्जन को दो एंबुलेंस रखने का भी निर्देश दिया है. ताकि किसी मरीज की तबियत बिगड़ती है और उसे अस्पताल में शिफ्ट कराना पड़े तो कोई समस्या न हो. मालूम हो कि जिला प्रशासन ने लगातार बढ़ते मरीजों की संख्या देखते हुए खेलगांव को कोविड केयर सेंटर बना रही है. रविवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी यहां का जायजा लिया था.
50 से ज्यादा मजिस्ट्रेट प्रतिनियुक्त, परिजनों को जाने की इजाजत नहीं होगी
रांची के सबसे बड़े कोविड केयर सेंटर में बिना लक्षण वाले मरीजों को रखने को लेकर सुरक्षा की भी पुख्ता व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से की गई है. 50 से ज्यादा मजिस्ट्रेट के अलावा भारी संख्या में पुलिस बल की भी प्रतिनियुक्ति की गई है. मजिस्ट्रेट के रूप में करीब एक दर्जन शिक्षकों को भी प्रतिनियुक्त किया गया है. वहीं, इलाज के लिए छह डॉक्टरों के अलावा काफी संख्या में स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. यहां रहने वाले मरीजों से मिलने के लिए परिजनों को इजाजत नहीं होगी. जो भी जरूरत के सामान होंगे वह परिजन देंगे तो संंबंधित मरीज तक पहुंचाया जाएगा. मरीजों को किसी तरह की समस्या न हो इसके लिए यहां हेल्प डेस्क भी बनाया गया है.
मनोरंजन के लिए टीवी भी लगाया गया
यहां रहने वाले मरीजों के मनोरंजन के लिए टीवी की भी व्यवस्था की गई है. वहीं, मरीजों को खाना-नाश्ता व पानी के लिए एजेंसी का चयन किया गया है. इसी तरह साफ-सफाई के लिए भी एजेंसी चयनित हुई है. जबकि, प्रतिदिन सैनिटाइजेशन की भी व्यवस्था कराई गई है.