दुनिया में कुछ ऐसे लोग है जो अपने जीवन को नियंत्रण में रखना पसंद करते है. और जो अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए किसी दूसरे पर निर्भर नहीं रहना चाहते है.
ऐसे लोग बड़े ही आत्मनिर्भर होते है. जो लोग अधिक आत्मनिर्भर होते है वो लोग खुद को ज्यादा खुश महसूस करते हैं. आत्मनिर्भर होना एक बहुत अच्छी खूबी है आत्मनिर्भर बनने के लिए कुछ आसान तरीको को अपनाकर आप भी आत्मनिर्भर बन सकते है.
अगर हम अपने जीवन में किसी दूसरे पर निर्भर नहीं रहना चाहते है और स्वतंत्र रहकर कार्य करना चाहते है तो इसके लिए आपको आत्मनिर्भर बनना चाहिए. आत्मनिर्भर बनने के लिए आप कुछ आसान तरीको को अपना सकते है.
यदि आप आत्मनिर्भर बनना चाहते है तो इसके लिए आपको खुद को पहचानना चाहिए. जैसे आप हो वैसे ही खुद को स्वीकार करना चाहिए. इससे आप अधिक मजबूत और आत्मनिर्भर बन सकते हो. अपने अंदर ये भावना या विचार कभी न लाये की परिस्थितियां आपके अनुकूल नहीं हैं . खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करें और अपने आप से प्यार करे.
आप भावनात्मक रूप से बहुत से लोगो के साथ जुड़े हुए होते है. अगर आप आत्मनिर्भर बनना चाहते है तो सबसे पहले यह जान ले की आपके अपने हर वक़्त आपके साथ नहीं रहेंगे. अगर आप खुद पर निर्भर रहेंगे तो कभी निराश नहीं होंगे और लाइफ में आगे बाद पाएंगे.
अगर आपको खुद को आत्मनिर्भर बनाना है तो खुद को प्रेरित करना चाहिए. कभी भी अपना काम दूसरों पर नहीं डालना चाहिए और न ही कल पर छोड़ने चाहिए. अपने आपको सफलता के लिए प्रेरित करते चाहिए.
आर्थिक रूप से दूसरों पर निर्भर रहना हर किसी को अच्छा नहीं लगता है. यदि आप किसी चीज के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहना चाहते है तो आप अपनी आय को सुरक्षित करना सीखे. सच्ची आत्मनिर्भरता आर्थिक स्वतंत्रता पर निर्भर करती है . अपने छोटे-छोटे खर्चे के लिए आपको पैसे जमा करने चाहिए.
आत्मनिर्भर बनने के लिए यह जर्रोरी है कि आपसे जितने हो सके उतने पैसे बचाने कि कोशिश करनी चाहिए. अगर आपमें बचत कि आदत होगी तो किसी मुश्किल समय में आपको दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. बचत करने के लिए आप हर महीने कुछ निश्चित पैसे बैंक में या फिर घर अपर ही एक सेविंग बॉक्स में दाल सकते है.
जब भी आप कोई दोस्त बनाये तो उनके साथ उचित और स्वस्थ दूरी बनाये रखे. अपनी लाइफ में ऐसे दोस्तों को लेकर आगे बड़े जो आपको मोटीवेट करते हो या जो आपको सही दिशा दिखाते हो. ऐसे लोगो की संगत को त्याग देना चाहिए जो उदासीन हो और हर चीज के लिए दोसरो पर निर्भर रहते हो.
यदि आप खुद को आत्मनिर्भर बनाना चाहते है तो अपना किसी बैंक में एक अकाउंट खोल ले. और हर महीने अपने खर्चो को पूरा करते हुए कुछ पैसे उस अकाउंट में डाले इससे आपके पास एक अच्छी रकम जमा हो जायेगी जो आपको आत्मनिर्भर बनाएगी.
आत्मनिर्भरता के लिए जरूरी है की आप अपने काम खुद से करने की आदत डाले क्योंकि यदि आप अपने छोटे बड़े कामों को खुद ही निपटाने में सक्षम होंगे तो आपको हर बार किसी दूसरे की मदद की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. इससे आपको हर बार या प्रत्येक काम के लिए दूसरों पर निर्भर रहना नहीं पड़ेगा.
इस प्रकार यदि आप भी अपने जीवन में आत्मनिर्भर बनकर जीना चाहते है तो इन छोटी-छोटी मगर काम की बातों को अपने जीवन में अपनाकर आत्मनिर्भर जीवन जी सकते है.
कैसे बने आत्मनिर्भर
स्वयं को स्वीकारें: सबसे पहले स्वयं को जैसे हैं वैसे ही स्वीकार करें अन्यथा आप खुद को मज़बूत और आत्मनिर्भर नहीं बना सकते. अपने शरीर, अपने व्यक्तित्व, अपने विचार, अपनी रूचि और अपने जीवन की कहानी को स्वीकार करें . ये कभी न कहें की परिस्थितियां आपके अनुकूल नहीं हैं. प्रत्येक व्यक्ति अपनी ताकत को साबित करने के लिए कुछ न कुछ परेशानियां उठता है. अपनी गलतियों को भूल जाएँ और उनसे सबक लेकर आगे बढ़ें. खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करें और सबसे जरूरी है की खुद से प्यार करें.
- यह आत्मनिर्भरता का आवश्यक भाग है क्योंकि खुद को स्वीकार करने पर आप दूसरों की तरह व्यवहार करने लगेंगे.
खुद पर भरोसा रखें: अगर आप खुद पर भरोसा नहीं करेंगे तो कोई आप पर भरोसा नहीं करेगा. हम सभी भिन्न-भिन्न होते हैं और अपने-अपने विचार रखते हैं. कोई भी आपसे जबरदस्ती कुछ कहने को नहीं कहेगा और न ही सभी आपकी बात से सहमत होंगें इसलिए जरुरी है की आप इस स्थिति के लिए तैयार रहें क्योंकि अंत में आपकी ही जीत होगी और अगर आपको खुद पर भरोसा है तो यह बहुत महत्वपूर्ण है. खुद पर भरोसा करने से आप अपने निर्णयों पर उस स्थिति में भी विश्वास रखेंगे जब ये निर्णय किसी और के या समाज की अपेक्षाओं के खिलाफ हो.
- यदि आप खुद पर भरोसा नहीं करते है तो आप हमेशा अपने निर्णय लेने के लिए दूसरों की मदद लेते रहेंगे . ऐसा करने से बचें .
दुनियां को स्वीकारें: आत्मनिर्भर लोग घमंडी नहीं होते और न ही वो ये मानते है की सारी मानव जाति क्रूर है . आत्मनिर्भर लोग वो होते है जो देख सकते हैं की दुनियां में क्या अच्छा है और क्या बुरा है और सतर्क होकर उनके और दूसरों के लिए दृड़ता से चुनाव करते हैं . अगर आप दूसरों पर भरोसा नहीं करते हैं और सिर्फ अपने बारें में सोचते हैं तो आप आत्मनिर्भर नही हो सकते . इन दिशानिर्देशों का अनुसरण करें : संसार को स्वीकार करना सीखें और शक्तिशाली या सबल बनने का निर्णय लें .
- दुनियां और उसकी जटिलताओं को स्वीकारने से आप जान पाएंगे की दुनियां में जीने के अनगिनत रास्ते हैं, यहाँ कोई भी आपको अपने में से एक बनने के लिए विवश नहीं करता .
भावनात्मक रूप से आत्मनिर्भर बनें : संभव है की आप भावनात्मक सहारे के लिए कई लोगों पर निर्भर रहते हैं जिनमें आपके माता-पिता या अच्छे दोस्त शामिल होंगे. साथ ही यह भी संभव है की आप इन लोगों पर जीवनभर निर्भर रहें. आपको यह समझना होगा की ये लोग जीवनभर आपके साथ नही रहेंगे. कुछ लोग आपसे दूर चले जायेंगे, कुछ आपसे बात करना बंद कर देंगे और एक दिन ये सभी जीवित नहीं रहेंगे . तब आप अकेले रह जायेंगे. अगर सहारे के लिए आप खुद पर निर्भर रहेंगे तो कभी निराश नहीं होंगे.
- अपने जीवन में कुछ खास लोगों के संपर्क में रहना अच्छी बात है, लेकिन यह आप पर निर्भर करता है की आप उन लोगों को अपनी खुशियों के स्तर को निर्धारित न करने दें.
आत्मप्रेरित हों: अन्य लोगों को आपकी सफलता से कोई सरोकार नही होता . प्रोत्साहन और सफलता आदत के कार्य हैं . आपको आज का कम कल पर टालने वाली गलत आदत को छोड़कर अच्छी योजनायें बनाने की आदत डालनी चाहिए. दुनियां के सबसे सफल लोग हमेशा से प्रतिभाशाली या आकर्षक नहीं रहे है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की दूसरों को किन प्रतिभाओं और उपहारों से नवाज़ा गया है, उनके पास उनके आत्मसम्मान का आधार है जो उन्हें छोटे और बड़े दोनों ही तरह के काम सफलतापूर्वक पूरे करने से मिली जीत की श्रंखलाओं के कारण मिला है . यह सब आपके विध्यालय की सीख,विश्वास और जिन्दगी में सबकुछ सीखने से मिलता है.
- यदि आप तरक्की का लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं तो इसे स्वयं ही हासिल करना चाहिए इसके लिए अपने परिवार का सहारा नहीं लेना चाहिए . अगर आप अद्भुत पद या दर्ज़ा पाना चाहते हैं तब भी ऐसा ही करना सही होता है .
- दूसरों को प्रभावित करने के लिए अपना वजन कम करने, किताब प्रकाशित करने, या मकान बनाने के लिए प्रेरित न हों बल्कि स्वयं को सफल बनाने के लिए करें . अपने लिए करें .
अपने हीरो खुद बनें: एक प्रेरणास्त्रोत या रोल मॉडल आपको जीवन जीने की कला के लिए प्रेरित कर सकता है . आप जिसके प्रशंसक हैं और जिससे अपने मूल्य साझा करते हों ऐसे किसी व्यक्ति को अपना रोल मॉडल बनाना कोई बुरी बात नहीं है लेकिन आख़िर में ज़रूरी है की आप खुद को अपना रोल मॉडल बनायें,एक ऐसा इंसान जो भी वो करना या कहना चाहे उसमें करने की काबिलियत हो . स्वयं बनने का लक्ष्य रखें और सबसे अच्छा करने की कोशिश करें. अगर आप खुद को नहीं देखेंगे तो आत्मनिर्भर नहीं बन पाएंगे .
- अपने सामाजिक दायरे में या किसी दोस्त को अपना आदर्श बनाने से बचें: ऐसा करने से आप अपनी खूबियाँ भी भूल जायेंगे .
स्वीकारें की जीवन निष्पक्ष नहीं है: हमारे माता-पिता हमारी बहुत परवाह करते हैं इसलिए हमें एक निष्पक्ष वातावरण में बड़ा करने के लिए अपनी शक्ति के अनुसार सब कुछ करते हैं. परन्तु वास्तविक दुनिया इस सिद्धांत पर कम नहीं करती जो आज के समय एक बढ़ी समस्या है . दुनियां के नियम या तो बहुमत को (जिसका हिस्सा आप नहीं हो सकते) या पैसा और ताकत वाले लोगों को सुरक्षित करते हैं . सभी प्रकार की पक्षपाती चीजों के लिए आपके साथ बुरा व्यवहार होगा जैसे आपकी त्वचा का रंग ,आपकी बुद्धिमत्ता,आपकी लम्बाई, आपका वज़न, आपकी कमाई,आपके विचार, आपका लिंग, और वो सब चीज़ें जो आपकी पहचान बताती हैं . इसके बावजूद आपको खुश रहना होगा .
दुनिया के पक्षपाती रवैये का शिकार न हों और जो आप करना चाहते हैं वो करें: खुद को समझाने की बजाय अगर एक पुरुष नर्स बनाना चाहते हैं तो बनें, महिला होने पर भी मिलटरी (military) में शामिल होना चाहतीं हैं तो हों, कॉलेज में पढ़कर अपने परिवार के पहले स्नातक व्यक्ति बनना चाहते हैं तो बनें क्योंकि आज दुनियां में कुछ भी नामुमकिन नहीं है.
दूसरे लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं इसकी परवाह करना बंद करें: आत्मनिर्भर बनने के लिए यह बहुत ज़रूरी है . यदि आपका संगीत अच्छा है या आपने अच्छे कपड़े पहने हैं और कोई दूसरा ये कहे की ये अच्छा नहीं है तो उन पर निर्भर होने के कारण आपको भी वो अच्छा नहीं लगेगा . अगर आपको कोई चीज़ पसंद है तो दूसरों की राय न लें . अपनी जिंदगी में दूसरों का दख़ल न होने दें ,चाहे वो आपके कपड़ों हों, आपके व्यवसाय का चयन हो या आपका अन्य कोई चयन हो . ये सभी आपके निर्णय हैं, किसी ओर के नहीं .
- अगर आप अपने दिमाग में यही सोच बनाये रखेंगे की लोग क्या सोचेंगे तो आप खुद को अपने आपसे ही दूर करते रहेंगे .
आप सर्वश्रेष्ठ हैं, ऐसा सिर्फ सोचें ही नहीं बल्कि खुद को साबित भी करें: आपके विचार ही आपको सबसे ज्यादा प्रेरित करते हैं . अपने विचारों को अपनी सफलता का ज़रिया बनायें . इसकी शुरुआत आप खुद पर भरोसा रखकर अपनी जिम्मेदारियों को निभाकर करें और फिर सफलतापूर्वक अपना लक्ष्य हासिल करने की कोशिश करें . आप अन्दर से जोश और अनिश्चितता से भरें हैं . हाँलाकि जोश और अनिश्चितता सफलता पाने के लिए काफी नहीं हैं लेकिन ये आपको हार भी नहीं मानने देते .
खुद जानकारी रखें: समाचार देखें और पढ़ें और अन्य स्त्रोतों से जानकारी हासिल करें. आप जितनी जानकारी ले सकते हैं उतनी लें और अपनी राय बनाने के पहले हर कहानी के दोनों पहलू को जानने का लक्ष्य बनायें. आप विभिन्न पृष्ठभूमि वाले लोगों से बात करके सम्बद्ध विषय पर ज्यादा से ज्यादा जानकारी पा सकते हैं, लेकिन दूसरों को कभी अपनी सोच न बताएं. जितना ज्यादा संभव हो उतना पढ़ने का लक्ष्य बनायें, फिर चाहे साहित्य पढ़ें या हिंदुस्तान टाइम्स . अच्छी और सही जानकारी होने से आप उसका अनुसरण करने वाले बनेंगे और अधिक आत्मनिर्भर सोच की ओर अग्रसर होंगे .
- भेड़चाल न चलें और किसी भी चीज पर सिर्फ इसलिए भरोसा न करें क्योंकि आपके 50 पक्के दोस्तों ने आपसे कहा है .