खास बातें:-
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पीसीसीएफ को मिलता है लेवल 16 स्केल और एपीसीसीएफ को मिलता है लेवल 15 का स्केल
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सीएमओ ने पूछा पीसीसीएफ में प्रोन्नति के लिए डीपीसी हुई है या नहीं
रांचीः झारखंड का आईएफएस कैडर चरमराया हुआ है. आईएफएस (भारतीय वन सेवा) के तीन अफसरों की प्रोन्नति में पेंच फंस गया है. इन तीन अफसरों को डिमोशन के बाद भी प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) के पद पर प्रोन्नति दे दी गई.
वजह यह रही कि इन तीनों अफसरों को दो साल के लिए स्थानापन्न प्रोन्नती दी गई थी. 31 मई को स्थानापन्न प्रोन्नति की अवधि समाप्त हो गई. इसके बाद वे डिमोशन यानि एपीसीसीएफ के पद पर आ गए. इसकी नतीजा यह हुआ कि एजी ने इन्हें एपीसीसीएफ का पे स्लिप थमा दिया.
बताते चलें कि पीसीसीएफ को लेवल 16 स्केल मिलता है जबकि एपीसीसीएफ को लेवल 15 का स्केल मिलता है. इस मामले पर सीएमओ ने भी पूछा है कि इन अफसरों को पीसीसीएफ रैंक में प्रोन्नति देने के लिए डीपीसी हुई है या नहीं. अब मामला पूरी तरह से फंस गया है. अब फिर से प्रोन्नति के लिए डीपीसी का होना अनिवार्य हो गया है.
किन अफसरों की प्रोन्नति पर फंसा है पेंच
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष एके रस्तोगी जो वर्तमान में बंजर भूमि अधिकरण के कार्यकारी निदेशक हैं. अखिलेश कुमार बायोडायवर्सिटी बोर्ड के अध्यक्ष हैं और एचएस गुप्ता पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ हैं. एचएस गुप्ता ने एजी से पूछा है कि एपीसीसीएफ का वेतन पूर्जा क्यों दिया गया.