नई दिल्ली: देश में आज पहले दिन तीन लाख से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड-19 के टीके की खुराक दिए जाने के साथ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू हुआ. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए दिन में साढ़े दस बजे देश में पहले चरण के कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत की. जिसके बाद पूरे देश में एक साथ टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई और सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में इसके लिए कुल 3006 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि अफवाहों पर ध्यान ना दें, बहुत जरूरी है कोरोना वैक्सीन के दो डोज. कहा कि भारत के वैक्सीन वैज्ञानिक, हमारा मेडिकल सिस्टम, भारत की प्रक्रिया की पूरे विश्व में बहुत विश्वसनीयता है. हमने ये विश्वास अपने ट्रैक रिकॉर्ड से हासिल किया.
वहीं टीकाकरण के पहले संबोधन में प्रधानमंत्री भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि हमारे स्वास्थ्य कर्मी अपने परिवार से दूर रहे, कई कई दिन तक घर नहीं गए. सैंकड़ों साथी ऐसे भी हैं, जो कभी लौटकर घर नहीं आ पाये. उन्होंने एक एक जीवन को बचाने के लिए अपना जीवन आहूत कर दिया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने इस महामारी से जिस प्रकार से मुकाबला किया उसका लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है. केंद्र और राज्य सरकारें, स्थानीय निकाय, हर सरकारी संस्थान, सामाजिक संस्थाएं, कैसे एकजुट होकर बेहतर काम कर सकते हैं, ये उदाहरण भी भारत ने दुनिया के सामने रखा.
पीएम ने कहा- जनता कर्फ्यू, कोरोना के विरुद्ध हमारे समाज के संयम और अनुशासन का भी परीक्षण था, जिसमें हर देशवासी सफल हुआ. जनता कर्फ्यू ने देश को मनोवैज्ञानिक रूप से लॉकडाउन के लिए तैयार किया.