पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अमेरिका दौरे पर हैं। सोमवार को उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात की। इससे पहले रविवार को इमरान ने पाकिस्तानी मूल के लोगों को एक इंडोर स्टेडियम में संबोधित किया। इसमें बलूच कार्यकर्ताओं ने बलूचिस्तान की आजादी के नारे लगाए। इस पर सुरक्षाबलों ने उन्हें बाहर कर दिया। वहीं अपने भाषण में इमरान ने कहा कि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को किसी भी तरह की सुविधा नहीं दी जाएगी। उन्हें एक अपराधी की तरह ही वहां रहना होगा।गौरतलब है कि अमेरिका में कई बलोच कार्यकर्ता रह रहे हैं। वे पाक आर्मी द्वारा उन पर ढाए अत्याचारों का मुद्दा उठाते रहते हैं। बीते दो दिनों से बलोच कार्यकर्ता तख्तियां लेकर ट्रम्प से अपील कर रहे हैं कि वे इमरान के साथ मुलाकात में गायब हो रहे बलूचिस्तान के लोगों का मुद्दा उठाएं।
दावा किया जा रहा है कि नवाज को जेल में घर का खाना और एयर कंडीशंड में रखा जा रहा है। इस पर इमरान ने कहा, ‘‘नवाज जेल में घर का खाना चाहते हैं। वे एयर कंडीशंड में रहना चाहते हैं। लेकिन हमारे मुल्क में आधी आबादी के पास टीवी या एयर कंडीशंड जैसी सुविधाएं नहीं हैं। अगर यह सब उन्हें दे दिया गया तो यह किस तरह की सजा होगी?’’
‘‘पाकिस्तान लौटकर मैं इस बात की तस्दीक करूंगा कि नवाज को किसी तरह की कोई सुविधाएं न मिलें। मैं जानता हूं कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की नेता और नवाज की बेटी मरियम इसके खिलाफ आवाज उठाएंगी। मैं उनसे यही कहना चाहता हूं कि देश से लूटा गया पैसा लौटाएं। बस यही एक तरीका है।’’ इमरान तीन दिन के अमेरिकी दौरे पर रविवार को अमेरिका पहुंचे थे। उनकी अगवानी के लिए हवाईअड्डे पर ट्रम्प प्रशासन का कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा। उनकी अगवानी उन्हीं के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और राजदूत असद खान ने की।
क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान कतर एयरवेज की उड़ान से यहां पहुंचे और अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत असद खान के आधिकारिक निवास में ठहरे हैं। इससे पहले अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर आने वाले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ थे जो अक्टूबर 2015 में यहां आए थे। इमरान खान की यह पहली अमेरिकी यात्रा है। इसमें पाकिस्तान के सेना प्रमुख और आईएसआई के प्रमुख भी शामिल होंगे। इस दौरान दोनों शीर्ष नेता साथ में लंच भी करेंगे। दोनों देशों के बीच रक्षा, व्यापार और कर्ज जैसे कई मुद्दों पर अहम चर्चा की उम्मीद जताई जा रही है।