इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री खान अपनी मलेशिया यात्रा के दौरान भारतीय हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं करेंगे. यह जानकारी एआरवाई न्यूज ने सूत्रों के हवाले से दी. खान की दो दिनों की मलेशिया यात्रा सोमवार से शुरू हो रही है. उन्होंने अपने विमान को भारतीय हवाई क्षेत्र से न गुजारने का फैसला लिया है.
सूत्रों ने बताया कि यह फैसला कश्मीर की स्थिति को देखते हुए लिया गया है. भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले साल से तनाव काफी ज्यादा बढ़ गया है. इसकी वजह है 14 फरवरी को हुआ पुलवामा हमला. जिसमें सीआरपीएफ के 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद से दोनों देशों के रिश्तों में खटास बढ़ी है. इसके अलावा पांच अगस्त को भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाया था. जिसपर पाकिस्तान बौखला गया था. उसने कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की थी लेकिन हर जगह से उसे मुंह की ही खानी पड़ी.
इतना ही नहीं उसने कई भारतीय राजनेताओं सहित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विदेश यात्रा के दौरान अपने हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं दी थी. पिछले साल अक्तूबर में भारत ने इस मामले को अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) के सामने रखा था.
आईसीएओ से शिकायत में कहा था कि इस तरह की उड़ानों की कोई भी सामान्य देश मंजूरी दे देता है. जिसपर आईसीएओ के महासचिव कार्यालय में संचार के प्रमुख एंथोनी फिलबिन ने कहा था, ‘आईसीएओ के परिषद अध्यक्ष ने भारत का पत्र स्वीकार किया है और उन्होंने पाकिस्तान से इसे लेकर ज्यादा जानकारी मांगी है.’
बता दें कि पाकिस्तान ने 27 अक्तूबर को सऊदी अरब जाने के लिए प्रधानमंत्री के विमान को अपने हवाई क्षेत्र से गुजरने की अनुमति नहीं दी थी. जिसके कारण एयर इंडिया के बोइंग 747 को सऊदी अरब जाने के लिए अरब महासागर से होकर गुजरना पड़ा था. प्रधानमंत्री के विमान को 45 मिनट अधिक यात्रा करनी पड़ी थी. इससे पहले पाकिस्तान ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की यूरोप यात्रा के लिए भी अपना हवाई क्षेत्र खोलने से मना कर दिया था.