फलक शमीम (रांची )
रांची 29.जून: सरायकेला में मॉब लिंचिंग द्वारा तबरेज अंसारी की मौत के बाद से राज्य भर में विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक संगठन मामले में अपना रोष जता रही है और सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर रही है वहीं इस मामले पर शुरू से ही अहम भूमिका निभाते हुए मशहूर नौजवान शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने भी मृतक तबरेज की सहायता के लिए लगातार खड़े रहे पिछले कई दिनों से रांची जमशेदपुर और दिल्ली का दौरा कर रहे इमरान प्रतापगढ़ी आज रांची पहुंचे जहां उन्होंने दिल्ली वक्फ बोर्ड द्वारा तबरेज की विवाहिता को 500000 सहयोग राशि देने मामले पर मीडिया से सारी जानकारियों का साझा किया
वहीं इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार पर इस मामले में उदासीनता पर चिंता जताया । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के नारे को कहा कि यदि सरकार सबका साथ और सबका विकास के नारे के साथ चलती है तो इस मामले पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं सिर्फ मामले में चिंता जाहिर कर शांति व्यवस्था बनाने की बात करती है करवाई क्यों नहीं यहां तक कि वर्ष 2016 में माननीय उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को मोब लिंचिंग मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए थे बावजूद इसके सरकार अब तक है ऐसे में सरकार की कार्यप्रणाली और गुड गवर्नेंस पर बड़ा सवाल जरूर उठता है बारी बारी से इमरान ने केंद्र व राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास पर भी शिकंजा कसने का काम किया उन्होंने कहा जिस जगह यह घटना हुई राज्य के मुख्यमंत्री वहां के क्षेत्र के निवासी हैं एक बार जरूर पीड़ित परिवार के पास जाते कार्रवाई के आश्वासन देते या फिर कोई कार्रवाई करते हैं लेकिन राज्य सरकार अब तक चुप क्यों है यह बड़ा सवाल है, आखिर में उन्होंने देश के विभिन्न क्षेत्रों के विभिन्न सामाजिक संगठनों का शुक्रिया अदा करते कहा कि इन सोशल संगठनों द्वारा तबरेज की मदद को हाथ उठे हैं और लोगों ने उनकी मदद के लिए कदम बढ़ाया है जो बिल्कुल सराहनीय है यदि हम सब मिलकर मरहूम तबरेज के परिवार को सहयोग करेंगे तो यह बड़ा सराहनीय कदम होगा, इस क्रम में उन्होंने कहा कि पिछले दिनों राजभवन के समक्ष विभिन्न संगठनों द्वारा मॉब लिंचिंग के खिलाफ सरकार के विरुद्ध लोगों ने आवाज बुलंद किया जो बड़ी पहल है वहीं उन्होंने इस दौरान पीड़ित परिवार को ₹500000 नौकरी का वादा किया था जो दिल्ली वक्फ बोर्ड द्वारा पीड़ित परिवार को सौंप दिया गया है वही तबरेज की पत्नी के धार्मिक प्रक्रिया के बाद सरकारी नौकरी की भी बात कही.