लातेहारः अमवाटीकर मे अखिल भारतीय भुइयां समाज कल्याण समिति के द्वारा माता शबरी की जयंती धूमधाम व भक्ति भाव से मनाया गया.
कल्याण समिति के अध्यक्ष राजू भुंईया ने संबोधित करते हुए बताया कि माता शबरी का जूठा बेर खाकर के श्री राम प्रभु ने पाप रूपी रावण का नाश किए थे .
केंद्रीय सदस्य सरोज देवी ने बताया कि माता शबरी की तरह सभी महिला को होनी चाहिए. जिससे समाज में भक्ति जागृत हो सके.
कल्याण समिति के कोषाध्यक्ष विहीप के जिला सह मंत्री मनोज भुइया ने बताया की माता शबरी एक राजा की पुत्री थी. इनकी विवाह होने वाला था.
उनके विवाह में ढेर सारे पशु बलि हेतू लाए गए थे. इससे दुखी होकर इन्होंने अपना शादी का जोड़ा छोड़कर के घर से निकल गई .
मंतग ऋषि के आश्रम में इन्होंने उनकी अनुमति से सफाई का काम करते रहे. मंतग ऋषि अपने अंतिम समय में इनको बताया कि एक समय यहां पर भगवान श्रीराम सीता जी के खोजते खोजते आएंगे और भूखे रहेंगे.
प्रभु श्री राम के इंतजार में कई वर्ष इंतजार करते रहे. आखिर प्रभु श्रीराम आये शबरी माता ने अपने आंसुओं से चरण धोये. बैर चख चख कर खिलाए प्रभु श्रीराम ने प्रेम भाव से झूठे बैर को खाएं लक्ष्मण जी को भी खिलाये.
प्रभु श्री राम ने खुश होकर के उनकी भक्ति भाव से नवधा भक्ति का आशीर्वाद दिये. अभी तक नवधा भक्ति किसी मनुष्य को प्राप्त नहीं हुआ है.
प्रखंड अध्यक्ष उपेंद्र भुईंया ने बताया कि माता शबरी की जयंती मनाने से हमारे समाज में भक्ति भाव नई चेतना शिक्षा के प्रति जागरुकता बढ़ रही है.
जिसे समाज में नई चेतना जागृत हो रही है. समारोह में रविंद्र भुईया राजेंद्र भुईया सकेंद्र भुइयां मिट्ठू भुइयां विनोद भुइयां संतोष भुईया मोहन भुइयां रामदीन भुइयां कान्हाई भुइयां धर्म देव भुइयां अजाद भुईया प्रेम भुइयां.
शिवकुमार भुइयां उदस्वर भुइयां माधो भुईया धर्मजीत भुइयां सही हजारों लोग उपस्थित थे.