नई दिल्ली: वनडे सीरीज में मेजबान ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली हार का जवाब देते हुए विराट कोहली की टीम इंडिया ने टी20 सीरीज अपने नाम कर ली और अब उसकी नजर मंगलवार को तीन मैचों की टी20 सीरीज में क्लीन स्वीप करने पर है.
टीम इंडिया एक बार फिर 2016 जैसी परिस्थिति में ही है, जब टीम वनडे सीरीज हार गई थी, मगर इसके बाद उसने ऑस्ट्रेलिया को टी20 सीरीज में 3-0 से मात दे दी थी. वनडे सीरीज की बात करें तो टीम इंडिया शुरुआत के दो मैच हार गई थी, मगर तीसरा वनडे जीतकर न सिर्फ उसने खुद को क्लीन स्वीप होने से बचाया, बल्कि लय भी हासिल की, जिसे उसने टी20 सीरीज में बरकरार रखा.
पहला टी20 मैच भारत ने 11 रन के अंतर से जीता था, जिसमें रवींद्र जडेजा की बेहतरीन पारी और युजवेंद्र चहल ने तीन विकेट लिए, मगर जडेजा चोट के चलते दूसरा मैच नहीं खेल पाए और इस बार हार्दिक पंड्या ने उनकी कमी महसूस नहीं होने दी.
पंड्या ने बेहतरीन फिनिशर की भूमिका निभाते हुए टीम को 6 विकेट से जीत दिला दी. पिछले तीन मैचों में मिली जीत से टीम इंडिया का उत्साह तो बढ़ा ही है, साथ ही विश्वास भी बढ़ा है कि जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी को आराम देने के बावजूद वो तीन गेंदबाज उम्मीदों पर खरे उतरे, जिनके पास कुल अनुभव 40 मैचों से भी कम है.
ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर टी नटराजन ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया, उन्होंने तीसरे वनडे से इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उनके अटैक के सामने संघर्ष करते हुए नजर आ रहे हैं. हालांकि ऑस्ट्रेलिया को किसी भी कीमत में कमतर नहीं आका जा सकता.
अगर पिछले मैच में दोनों के प्रदर्शन की बात करें तो दोनों के बीच फर्क बीच के ओवर्स में बल्लेबाजी का रहा. एरोन फिंच की गैरमौजूदगी में ऑस्ट्रेलियाई टीम की कमान संभालने वाले मैथ्यू वेड के आउट होने के बाद मेजबान ने लय खो दी थी.