ओसाका (जापान), 27 जून : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को भारत द्वारा अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क वृद्धि को अस्वीकार्य बताया और इसे वापस लेने की मांग की। जी-20 सम्मेलन से पहले ट्रंप ने ट्वीट किया, “मैं प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी से उन मुद्दों पर मिलने के लिए उत्साहित हूं जिनके अनुसार, अमेरिका पर कई सालों से बहुत ज्यादा शुल्क लगाया गया है, और हाल ही में शुल्कों को और ज्यादा बढ़ा दिया गया है।”
उन्होंने कहा, “यह अस्वीकार्य है। शुल्क को कम करना होगा।”
ट्रंप जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी से द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे। आम चुनाव में भाजपा की शानदार जीत के बाद मोदी के साथ उनकी यह पहली बैठक होगी। ट्रंप और मोदी की यह बैठक ऐसे समय में काफी अहम मानी जा रही है, जब व्यापार और अर्थव्यवस्था से जुड़े विभिन्न मुद्दों को लेकर दोनों देशों के संबद्धों में एक तरह की कड़वाहट देखने को मिल रही है। अमेरिका द्वारा भारत को तरजीही व्यवस्था से बाहर किए जाने के जवाब में हाल में भारत ने अमेरिका से आयातित 28 वस्तुओं पर शुल्क बढ़ा दिए थे।
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अर्थव्यवस्था के लड़खड़ाने से चीन करना चाहता है सौदा
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि प्रशुल्क कार्रवाई से चीन की अर्थव्यवस्था कमजोर हो गई है और अब उसे अमेरिका के साथ व्यापार समझौता करने की जरूरत महसूस हो रही है।
ट्रंप ने जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जापान रवाना होने से पहले फॉक्स बिजनेस न्यूज से एक साक्षात्कार में कहा कि चीन की अर्थव्यवस्था सुस्त पड़ रही है, इसी कारण वे सौदा करना चाहते हैं।
ओसाका में 28-29 जून को होने वाले इस सम्मेलन के दौरान ट्रंप चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मुलाकात करने वाले हैं। ट्रंप ने माना कि कुछ कंपनियां अमेरिकी शुल्क से बचने के लिए चीन छोड़ रही हैं और वियतनाम का रुख कर रही हैं।
ट्रंप ने इस बारे में कहा कि अमेरिका के साथ व्यापार के मोर्चे पर वियतनाम सर्वाधिक दुरुपयोग करने वाला देश है। उन्होंने कहा कि वियतनाम व्यापार के मोर्चे पर चीन से अधिक दुरुपयोग करता है।
कंपनियों के वियतनाम का रुख करने के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा कि यह मजेदार स्थिति है। उन्होंने कहा कि अमेरिका इस बारे में हनोई से बातचीत कर रहा है।