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भारत मित्रता निभाना जानता है तो दुश्मनों से आंख से आंख मिलाकर जवाब देना भी जानता है
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों को संबोधिक कर रहे हैं. देश में जारी कोरोना वायरस की महामारी के बीच पीएम मोदी का यह चौथा संबोधन हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी के बीच भारत अपने पड़ोसियों की चुनौतियों से भी निपट रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि एक साल में एक चुनौती आए या पचास, नंबर कम-ज्यादा होने से वो साल खराब नहीं हो जाता. भारत का इतिहास ही आपदाओं और चुनौतियों पर जीत हासिल कर और ज्यादा निखरकर निकलने का रहा है:
उन्होंने कहा कि हमारे कुछ पड़ोसियों द्वारा जो हो रहा है, देश उन चुनौतियों से भी निपट रहा है. एक-साथ इनती आपदाएं, इस स्तर की आपदाएं, बहुत कम ही देखने-सुनने को मिलती हैं.
उन्होंने कहा कि कई राज्यों में हमारे किसान भाई-बहन टिड्डी दल के हमले से परेशान हैं और कुछ नहीं, तो देश के कई हिस्सों में छोटे-छोटे भूकंप रुकने का ही नाम नहीं ले रहे.
प्रधानमंत्री हर महीने के आखिरी रविवार को ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों को संबोधित करते हैं. पीएम हर बार लोगों से सामाजिक दूरी और मास्क पहनने की अपील करते हैं. कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है इसलिए लोगों से जितना हो सके अपने घरों में ही रहने को कहा जा रहा है.
जानें पीएम मोदी ने और क्या-क्या कहा…..
- इन दिनों इन डोर गेम्स का प्रचलन बढ़ा है. उन्होंने कहा कि हमारे देश में हमेशा से पारंपरिक गेम्स का शुरू से ही प्रचलन रहा है.
- गांव के लोगों ने अपने गांव में क्वारंटीन सेंटर बनाया आइसोलेशन वार्ड बनाया और दूसरों के लिए शौचालय का प्रबंध किया ताकि संक्रमण से बचा जा सके.
- गांव के लोगों ने अपने गांव में क्वारंटीन सेंटर बनाया आइसोलेशन वार्ड बनाया और दूसरों के लिए शौचालय का प्रबंध किया ताकि संक्रमण से बचा जा सके.
- लॉकडाउन के बाद अब माइनिंग और कृषि क्षेत्र को भी पूरी तरह से अनलॉक कर दिया गया है. पीएम ने कहा कि हम ऐसी खबरे पढ़ते हैं जो हमें भावुक कर देती है. पीएम ने अपने संदेश के दौरान अरुणाचल प्रदेश के एक गांव की कहानी को भी जनता के साथ शेयर किया.
- कोरोना वायरस से चले लॉकडाउन के बाद अनलाॉक पर भी देश को संदेश दिया . पीएम ने कहा कि लॉकडाउन से ज्यादा अनलॉक में ऐहतियात बरतना जरूरी है. प्रधानमंत्री ने कहा कि हम जितने सजग रहेगे कोरोना से उतना ही इस वायरस से अपना बचाव कर सकते हैं.