दिल्ली: विदेश में फंसे भारतीयों को लाने के लिए सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है. सरकार 12 देश में फंसे भारतीय नागरिकों को 64 विशेष उड़ानों से घर वापस लाएगी. नागरिकों को एयर लिफ्ट कराने के लिए बुधवार से विमानों को विदेश रवाना किया जाना था और 7 मई से विदेश में फंसे भारतीय नागरिकों की वतन वापसी होनी थी. अब खबरें सामने आ रही है कि इस प्रक्रिया में 24 से लेकर 48 घंटे तक की देरी हो सकती है.
एक रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना संकट के दौरान विदेशों से फंसे भारतीयों की वतन वापसी को लेकर अब इंतजार करना पड़ेगा. दरअसल, जिन भारतीयों को विदेशों से लाया जाना तय है अब वहां कि सरकारों की तरफ से बयान जारी किया गया है कि भारतीय विमानों के पायलट और क्रू मेंबर कोरोना संक्रमित नहीं हो. इसके चलते अब पायलट टीम और केबिन क्रू की जांच कराई जाएगी. इससे अब विदेश से भारत आने वाले लोगों को थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा.
यात्रा प्रतिबंधों की वजह से विदेश में फंसे 14800 से ज्यादा नागिरकों की 64 उड़ानों के जरिए भारत में वतन वापसी के लिए अब इंतजार करना पड़ेगा. इसके लिए दो लाख रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं. विदेश मंत्रालय ने प्लान तैयार किया है.
भारतीय नागरिकों के स्वदेश लाने के लिए 7 मई से 13 मई तक 65 उड़ानें संचालित करनी थी. इन्हें कल से कई चरणों में लाया जाना था. मीडिया रिपोर्ट्स में एक अधिकारी ने बताया कि एयर इंडिया समेत सहायक एयर इंडिया एक्सप्रेस इन विशेष उड़ानों का संचालन करेंगी.