खूंटी: कृषि कर्मण पुरस्कार के लिए नामित हैं- कृषक इन्द्रनाथ सिंह. वह मुरहू प्रखंड के कोड़ाकेल पंचायत अंतर्गत घघारी गांव के रहने वाले हैं. कृषि की आधुनिक तकनीक अपनाकर वह पंचायत क्षेत्र के तहत अन्य किसानों के लिए आदर्श कृषक के तौर पर प्रेरणा का स्त्रोत बन चुके हैं. इनका अनुसरण करते हुए अब घघारी गांव के अधिकतर किसान श्रीविधि के द्वारा ही धान की खेतीे करते है.
वह बताते हैं कि पूर्व में वे पुरानी विधि से ही खेती किया करते थे. वर्ष 2010 में उन्होंने आत्मा के संपर्क किया. कृषि की नई तकनीकि की जानकारी हासिल की. श्रीविधि द्वारा धान की खेती करना सीखा और इसे अपने खेतों में प्रयोग में लाया. इस तकनीकि द्वारा धान की खेती करने पर उनकी उपज में दोगुनी वृद्धि हुई. इसके बाद गांव के अन्य किसानों ने भी इस विधि को अपनाना शुरू किया.
कृषि विभाग की तरफ से दी जाने वाली अन्य योजनाओं का लाभ भी उन्होंने प्राप्त किया. मिट्टी स्वास्थ्य काॅर्ड योजना के तहत उन्होंने अपने खेतों की मिटृी की जांच कराई. इसी के अनुसार अपने खेतों में खाद का उपयोग किया. उन्होंने भूमि विकास योजना का लाभ भी प्राप्त किया. इसके माध्यम से करीब दो एकड़ बंजर पड़ी हुई भूमि की जोताई-कोड़ाई कराई और उस बंजर भूमि पर सब्जी एवं फलदार वृक्षों की खेती शुरू की. धीरे-धीरे वह अन्य संस्थाओं के संपर्क में आए. उन्हें वाॅटर संस्था की ओर से भी लाभ मिला. उन्होंने पूरी दो एकड़ की भूमि पर माइक्रो इरिगेशन के लिए पाईप बिछवाया. बूंद-बूंद सिंचाई द्वारा अपने खेतों को सिंचाई कराना शुरू किया. आज उनकी बंजर भूमि एक हरे भरे बगीचे में तब्दील हो चुकी है.
इस वजह से आज वह पूरे पंचायत क्षेत्र बीच एक आदर्श किसान बन चुके है. उनकी इन्ही खूबियों के कारण उनका नाम खूंटी जिला में कृषि कर्मण पुरस्कार हेतु भी नामित किया जा चुका है.