गोड्डा: कोरोना महामारी को लेकर पूरे देश में हुए लॉक डाउन में अधिकांश बाहर कमाने वाले मजदूर को खाने-पीने पर भी आफत आ गयी है, ऐसे में कई मजदूर पैदल तो कई अन्य संसाधनों से किसी तरह अपने घर को पहुंचने में व्याकुल हैं. इसी दरमियान बसंतराय प्रखंड क्षेत्र के बिहार-झारखण्ड सीमा पर स्थित सनौर गांव में चेकनाका पर एक ट्रक से मजदूर आ रहे थे, जिसे वहां मौजूद दंडाधिकारी एवं प्रशासनिक टीम ने रोक लिया और पूछने पर सबों ने दिल्ली से आने बात कही. वहीं कोरोना जैसी संक्रामक बीमारी के कारण उक्त सभी लोगों को चेकनाका पर रोक लिया गया और सम्बन्धित स्वास्थ्य विभाग एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी को इसकी सूचना दी गयी, जिसके बाद बसंतराय अस्पताल के डॉक्टर शैलेन्द्र कुमार झा के निर्देश पर मल्टीपर्पस वर्कर नसीम अख्तर एवं मोहम्मद आलमगीर को उक्त चेकनाका पर भेजते दिल्ली-पटना से आ रहे सभी लोगों का नाम-पता अंकित करने को कहा गया. जिसके बाद यहां पहुंची मल्टीपर्पस वर्कर के द्वारा उक्त सभी व्यक्तियों का नाम पता दर्ज किया गया जिसमें अधिकांश मजदूर बसंतराय प्रखंड क्षेत्र के श्यामपुर, डेरमा, जहाजकिता जैसे गांवों के थे. जबकि कुछ मजदूर पथरगामा क्षेत्र के बिसाहा गांव के भी थें.
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वहीं वहां मौजूद दंडाधिकारी उज्ज्वल कुमार मंडल एवं मुन्ना कुमार ने बताया कि उक्त लोगों के द्वारा दिल्ली से आने की बात कही गयी जिसके बाद हमने प्रखंड कार्यालय में इसकी सूचना दी. जबकि डॉक्टर शैलेंद्र झा के निर्देश पर आए टीम ने बताया कि उक्त लोगों का नाम पता अंकित कर लिया गया है, कुल 21 मजदूर के आने की पुष्टि हुई है. हमारी टीम इन सबों के घरों पर जाकर बारी-बारी से स्वास्थ्य की जांच करेगी.