उत्तर प्रदेश(महाराजगंज): दरोगा के थाने में दिव्यांग को जूते से पिटाई करने का मामला सामने आया है. इससे आहत दिव्यांग ने खुद पर पेट्रोल छिड़कर आग लगा ली. जिसकी उपचार के दौरान गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई है.
जानकारी के अनसुार दिव्यांग का पड़ोसी के साथ मामूली सा विवाद हुआ था तो पुलिस उसे थाने लेकर आ गई. दरोगा ने उसकी जूते से पिटाई कर दी. इससे आहत होकर दिव्यांग ने यह कदम उठाया. दिव्यांग ग्राम शीतलापुर का रहने वाला है.
मृतक के भाई अमरनाथ ने आरोप लगाया है कि पड़ोसी से हुए मामूली विवाद में पुलिस उसे थाने लेकर आई थी, जहां दारोगा ने उसकी जूते से पिटाई कर दी. इससे आहत होकर उन्होंने पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली. 90 फ़ीसदी झुलस चुके जगरनाथ को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां से उसकी गंभीर हालत को देखते हुए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था. हालांकि, उन्हें बचाया नहीं जा सका.
इस बारे में थाना प्रभारी निरीक्षक बिहागड़ सिंह का कहना है कि दिव्यांग को थाने बुलाकर केवल समझाया गया था. उन्होंने कहा कि मारपीट का आरोप निराधार है. वहीं, पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान का कहना है कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है. अगर पिटाई की बात सही निकली तो दोषी पर कार्रवाई की जाएगी.
दिव्यांग के भाई अमरनाथ उपाध्याय ने बताया कि जगरनाथ (24) का पड़ोस की एक महिला से सोमवार सुबह झगड़ा हो गया था. महिला ने मारपीट का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी थी. पुलिस ने दोपहर बाद जगरनाथ को थाने बुलाकर पीटा. आरोप है कि एक दारोगा ने जूते से उसकी पिटाई की. इस घटना से दिव्यांग काफी आहत था. शाम करीब सात बजे घर पहुंचने पर उसने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली.