उत्तर प्रदेश: बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने एक व्यक्ति को अवैध हिरासत में रखने व भ्रष्टाचार के आरोप में बड़ी कार्रवाई करते हुये दरोगा विजय कुमार राठी को निलंबित कर उसके विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बुधवार को यहां कहा कि पिछले सोमवार 2 मार्च को खुर्जा कोतवाली देहात के गांव विचोला निवासी रामशरण ने उनको एक शिकायती पत्र दिया, जिसमें आरोप लगाया गया कि उसके पुत्र भूपेंद्र उर्फ विक्की के खिलाफ कानपुर कोर्ट से वारंट जारी हुआ था.
कोर्ट ने भूपेंद्र को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के आदेश दिए थे. आरोप है कि विजय कुमार राठी उसे पकड़ कर पुलिस चौकी पर ले आए और पूरी रात हवालात में रखा. छोड़ने के नाम पर दो लाख रूपये की मांग की. परिजनों ने दस हजार रूपये दिये और बाकी रकम बाद में देने को कहा.
दरोगा ने धमकी दी कि यदि बाकी धनराशि नहीं मिली तो भूपेंद्र को झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भेज देंगे. पिता रामसरन ने इसकी शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से की और पत्र के साथ ऑडियो रिकॉर्डिंग भी दी. शिकायत की जांच के बाद आरोप सही पाया गया.
रिपोर्ट के आधार पर दरोगा को निलंबित कर उसके विरूद्ध भ्रष्टाचार निवारण एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से विजय कुमार राठी फरार है.