चाईबासा/रांची: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत सारंडा के जंगल में पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने संयुक्त रूप से नक्सलियों के खिलाफ व्यापक पैमाने पर सर्च अभियान की शुरुआत की है. इलाके में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा-माओवादियों के एक दस्ते के सक्रिय रहने की सूचना पर इस सघन तलाशी अभियान की शुरुआत की गयी. इस अभियान का नेतृत्व खुद सीआरपीएफ के डीआईजी हनुमंत सिंह रावत और पश्चिमी सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत सिंह माहथा कर रहे है.
पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत सिंह महथा ने बताया कि नक्सल उन्मूलन अभियान के दौरान अंजदबेड़ा, मायलिपि, जोजोहातू, मेरालगढ़ा, लोआबेड़ा, सांडीबुरु, मारादीरी, तिरीबेड़ा, नरसंडा, कुईंदा समेत अन्य गांव और आसपास के जंगलों तथा पहाड़ियों में सर्च एवं एरिया डोमिनेशन की कार्यवाही की जा रही है.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभियान का उद्देश्य इलाके में ग्रामीणों के मन से माओवादियों के भय को समाप्त करना, क्षेत्र की जनता तक सरकार की कल्याणकारी एवं विकास योजनाओं को पहुंचाने के लिए सुरक्षित वातावरण का निर्माण करना है. उन्होंने यह भी अपील की है कि सरकार की आत्मसमर्पण नीति के तहत माओवादी लोकतंत्र और विकास की मुख्य धारा में शामिल हो जाए और जनहित में योगदान दें.