BNN डेस्क: जहां अब तक दुनिया में लगभग 550 लोग अंतरिक्ष में जा चुके हैं, वहीँ इस धरती के सबसे निचले बिन्दु चैलेंजर डीप तक केवल 08 लोग ही सफलतापूर्वक पहु.च पाए हैं, और इसका कारण है, वहां की भौगोलिक परिस्थितियां और समुद्र की इतनी गहराई पर महसूस होने वाला असहनीय दबाव, जो इसको और अधिक चुनौतीपूर्ण बना देता है. हाल ही में Kathy Sullivan(कैथी सुलिवन) ने 68 वर्ष की आयु में यहां पहुंच कर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया. वे यहां पर पहुचने वाली पहली महिला तो बनी ही साथ ही अंतरिक्ष में स्पेस वॅाक व चैलेंजर डीप तक का सफ़र दोनों तय करने वाली विश्व की प्रथम महिला भी बन गयी. हलांकि ये कारनामा उन्होंने मशीनों व आधुनिक तकनीकि के सयंत्रों की मदत से पूरा किया.
कौन है Kathy Sullivan ?
कैथी सुलिवन का पूरा नाम Kathryn Sullivan है. इनका जन्म 3 अक्टूबर 1951 को Paterson,New Jersy, अमेरिका में हुआ था. ये एक अमेरिकन मूल की भूवैज्ञानिक तथा NASA में पूर्व एस्ट्रोनॉट तथा NOAA की वैज्ञानिक रह चुकी हैं. ये U.S नेवल रिजर्व फ़ोर्स में Oceanography Officer रह चुकी है . इन्होंने 11 अक्टूबर 1984 में अमेरिका के एक स्पेस शटल मिशन के दौरान अंतरिक्ष में स्पेस वॅाक कर एसा करने वाली पहली अमेरिकन महिला बनने का गौरव अपने नाम किया था. हलाकि विश्व की बात करें तो रुस की Svetlana Savitskaya ने 1984 में ही Kathy Sullivan से कुछ माह पहले रुस के एक स्पेस मिशन Soyuz T-12 के दौरान दो बार स्पेस वॉक कर पहली महिला होने का खिताब अपने नाम कर लिया था. परन्तु 7 जून 2020 को मरियाना ट्रेंच के सबसे गहरे भाग चैलेंजर डीप में जाकर Kathy Sulllivan ने अपना नाम विश्व में एसा करने वाली पहली महिला के रूप में दर्ज करवा लिया. इतनी उम्र में एसा करना अपने आप में एक बड़ा सहासिक कदम है, जिसको पूरा कर Kathy Sullivan ने साबित कर दिया कि अगर इंसान ठान ले तो कुछ भी और उम्र के किसी भी पड़ाव में असंभव नहीं है.
Challenger Deep का सूक्ष्म अवलोकन
NOAA(National Oceanic and Atmospheric Administration) अनुसार समुद्र की औसत गहराई लगभग 12,100 फिट है . Challenger Deep जिसे समुद्र का सबसे गहरा बिंदु माना जाता है यह पश्चिमी प्रशांत महासागर के नीचे मरियाना ट्रंच में लगभग 26,200 फिट पर स्थित है. इसकी सबसे पहले खोज ब्रिटिश रॉयल नेवी के एक सर्वे शिप HMS Challenger ने 1872-76 के बीच प्रसिद्ध एक तत्कालीन नौकायान अभियान के दौरान की थी. इस शिप ने पहली बार Challenger Deep की गहराई माप कर आधिकारिक तौर पर रिकॉर्ड की थी इसीलिए इसका नाम इसी शिप के नाम पर Challenger Deep पड़ा. मरियाना ट्रंच का निर्माण यहां पर टकराने वाली दो टेकटोनिक प्लेट्स (Phillippine Plate व Pacific Plate) के आपस में टकराने के कारण हुआ. दोनों प्लेटों के टकराने की वजह से यहां मरियाना ट्रंच नामक एक बड़े गर्त का निर्माण हो गया और Challenger Deep इसी गर्त का सबसे गहरा भाग है. चूंकि मानव की समुद्र के छिछले पानी में ही सर्वाधिक पहुंच है, अतएव गहरे पानी में छिपे हुए एसे कई रहस्य है जिनसे अभी तक विश्व अनजान है. विश्व निरंतर इन रहस्यों को जानने के लिए प्रयास करता रहता है. हाल ही में अभी चीन ने अपनी एक मानवरहित पनडुब्बी Haidou-1 को मरियाना ट्रंच में 10,907 मीटर तक भेज कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है . 1960 में लेफ्टिनेंट डॉन वाल्श व स्विज के वैज्ञानिक जक्क़ुएस पिकार्ड ने सर्वप्रथम ये कारनामा किया था .
Challenger Deep का वैश्विक अवलोकन
अगर हम वैश्विक नजरिये से देखें तो बनती हुई वर्तमान परिस्थितियों में यह बहुत अधिक महत्व रखता है. आज हर एक देश वैश्विक स्तर पर शक्ति संपन्न होना चाहता है. अपने आप को शक्तिशाली बनाने के लिए देशों के मध्य हथियारों की होड़ सी लगी है. आज हर देश प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से परमाणु सम्पन्न होना चाहता है और उसके लिए कई परमाणु परिक्षण समुद्र के अन्दर गये है. UNDX(Underwater Explosion) अर्थात समुद्र के भीतर किया जाने वाला रासायनिक या परमाणु विस्फोट को ना करने के लिए विश्व के कई भू वैज्ञानिक पहले ही बता चुके है और इससे होने वाली या कहें भविष्य में आने वाली आपदाओं की ओर विश्व का ध्यान खीच चुके है. भू वैज्ञानिकों का मानना है कि यदि मरियाना ट्रंच या उसके आस पास एसा कोई भी विस्फोट किया जाता है या होता है तो इन टेक्टोनिक प्लेट्स पर इसका बड़ा प्रभाव देखने को मिल सकता है . यदि इन प्लेट्स में हलचल हो गयी तो इससे समुद्र में भयंकर तूफ़ान या सुनामी जैसे हालात पैदा हो सकते है. जिसका प्रभाव कई देशों जैसे जापान मलेशिया चीन अमेरिका आदि में व्यापक रूप से पड सकता है. विश्व के कई देश इसकी वजह से तबाही की कगार पर आ सकते है. प्रकृति का संतुलन बिगड़ सकता है. इन्हीं खतरों को भांपते हुए 1963 में हुई Partial Nuclear Test Ban Trearty तथा
1996 में Comprehensive Nuclear Ban Test Ban Treaty में UNDEX को पूर्णतया प्रतिबंधित कर दिया गया मुख्य रूप से इस क्षेत्र के लिए . परन्तु ध्यातव्य है कि इन पर सभी देशों ने हस्ताक्षर नहीं किये हैं और वर्तमान में कई एसे आतंकवादी समूह भी है जो परमाणु संपन्न होना चाहते है. अगर कोई भी देश या समूह यहाँ पर एसा कोई भी कृत्य करता है, तो यह मानव जीवन के लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकता है और बड़ी आपदाओं के लिए आमंत्रण पत्र भी.