रूस ने साल 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए डोनाल्ड ट्रंप की मदद की थी. इस बात का खुलासा ट्रंप की पार्टी रिपब्लिकन की एक जांच में हुआ है.
सीनेट इंटेलिजेंस कमेटी की 2016 चुनाव जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस के सेंट पीटर्सबर्ग स्थित इंटरनेट रिसर्च एजेंसी (आईआरए) ने सोशल मीडिया पर समर्थन जुटाया. आईआरए ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूस के पसंदीदा उम्मीदवार के लिए समर्थन जुटाया था.
इसके जरिए राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को नुकसान पहुंचाया गया, क्योंकि उनके जीतने की संभावना ज्यादा थी. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ये सब रूसी राष्ट्रपति के आदेश पर किया गया था.
रिपोर्ट के अनुसार आईआरए ने 2016 चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार रहे ट्रंप को अपनी सोशल मीडिया एक्टिविटी के जरिए भारी समर्थन दिलाया.