आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को फेसबुक पर जिंदा जलाने की धमकी देने के मामले में गाजीपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। आईपीएस की तहरीर पर वाराणसी निवासी हिमांशु सिंह राजपूत के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है हालांकि सर्विलांस सेल ने मोबाइल की लोकेशन गाजीपुर के बहरियाबाद थाने बताते हुए वहां केस दर्ज कराया। मामले की जांच कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक सुशील कुमार यादव करेंगे.
युवक हिमांशु सिंह राजपूत ने धमकी देते हुए कहा की
“तुम्हारी लाश भी जला दी जाये तो ये हिन्दू धर्म के नाम एक काला दिन होगा, तुम कुत्तों को पूरा खानदान के साथ जिन्दा जला देना है”
अमिताभ ने इस संबंध में 6 अप्रैल 2020 को गोमतीनगर पुलिस को शिकायत की , जिसमें खुद को धमकी दिए जाने आरोप एक युवक हिमांशु सिंह राजपूत पर लगाया है.
युवक हिमांशु सिंह राजपूत “तुम्हारी लाश भी जला दी जाये तो ये हिन्दू धर्म के नाम एक काला दिन होगा, तुम कुत्तों को पूरा खानदान के साथ जिन्दा जला देना है” जैसी बात कहते हुए फेसबुक पर मैसेज भेजा। गोमतीनगर थाने द्वारा एफआईआर दर्ज नहीं करने पर अमिताभ ने डीजीपी उत्तर प्रदेश को शिकायत भेजी थी, जिसपर डीजीपी ऑफिस के साइबर सेल द्वारा जाँच के बाद टिप्पणी की लोकेशन मांगी. डीजीपी के निर्देश पर गाजीपुर के थाना बहरियाबाद को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए गए, जिसके बाद यह एफआईआर दर्ज हुई है.
एसपी डॉक्टर ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि आईपीएस अमिताभ ठाकुर की तहरीर पर बहरियाबाद पुलिस ने दर्ज मुकदमे में हिमांशु सिंह राजपूत के खिलाफ धारा 504, 507 आईपीसी व 66सी आईटी एक्ट दर्ज किया गया है.
पहले भी मिल चुकी है धमकियाँ
बता दें की अमिताभ ठाकुर को धमकी मिलने का यह पहला मामला नहीं है. अमिताभ ठाकुर को 26 जून 2017 को उनके मोबाइल नंबर पर कई ब्लैंक कॉल तथा धमकी भरे एसएमएस आए थे. जिसके संबंध में उन्होंने थाना गोमतीनगर में मामला दर्ज कराया था. उन्होंने पुलिस को वह नंबर भी दिया था जिससे धमकियां मिल रही थीं.
एक साल तक पुलिस आरोपी की तलाश कर रही लेकिन असफल रही थी . इस मुकदमे में पुलिस किसी भी अभियुक्त को तलाश पाने में पूरी तरह नाकामयाब रही और अब एक साल बाद गोमतीनगर पुलिस ने इस मामले में 14 जुलाई2017 को अंतिम रिपोर्ट लगा दी थी.