उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के फर्रूखाबाद में गुरुवार को बेटी की बर्थडे पार्टी के नाम पर 23 बच्चों को अपने घर बुलाकर तहखाने में 12 घंटों तक बंधक बनाकर रखने वाले सिरफिरे सुभाष बाथम को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था. जिसके बाद बंधक बनाए गए सभी बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया. वहीं, ग्रामीणों ने सुभाष की पत्नी रूबी को भी पीटा था जिसकी वजह से उसकी अस्पताल में मौत हो गई थी. ऐसे में सुभाष और रूबी की मौत के बाद 4 साल की बेटी गौरी को आईजी मोहित अग्रवाल ने गोद लिया है. अब उसकी देखभाल की जिम्मेदारी आईजी खुद उठाएंगे.
बता दें कि आरोपी सुभाष बाथम से पुलिस ने बात करने की पूरी कोशिश की थी, लेकिन उसने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग कर दी थी. जिसके बाद पुलिस की टीम ने पूरे इलाके को घेर लिया था. प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं बच्चों को छुड़ाने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन की कमान संभाली.
सीएम योगी ने तत्काल डीजीपी, अपर प्रमुख सचिव गृह, स्थानीय विधायक और डीएम-एसडीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग कर किसी भी कीमत पर सभी बच्चों को सुरक्षित निकालने का निर्देश दिया.
इसके बाद आईजी कानपुर रेंज मोहित अग्रवाल को तत्काल घटना स्थल पर पहुंचने का निर्देश देकर एटीएस और एनएसजी कमांडो को भी रवाना करवा दिया गया. 1997 बैच के आईपीएस अफसर और आईजी रेंज कानपुर मोहित अग्रवाल ने बताया कि इस घटना के बाद इस अनाथ बच्ची को लेने के लिए घरवाले या रिश्तेदार नहीं आ रहे थे, ये बच्ची अभी अनाथ और बेसहारा है.
उन्होंने बताया कि इसलिए हमने फैसला किया कि इसको अब पुलिस विभाग गोद लेगा, इसे किसी अच्छे हॉस्टल वाले स्कूल में पढ़ायेंगे और आईएएस, आईपीएस जैसा कोई बड़ा अफसर बनवाएंगे. मोहित अग्रवाल ने कहा कि बच्ची का पूरा ध्यान रखा जाएगा, ताकि ये बच्ची ऐसा न सोचे कि इसका कोई नहीं है. उन्होंने कहा कि ये अभी बहुत छोटी बच्ची है, इसका नाम गौरी है. हम लोग इसका पूरा ध्यान रखेंगे और इसे गोद लेंगे. इसको हम बड़ा अफसर बनाएंगे.