रांची: आज भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना वायरस महामारी का रूप लेती जा रही है. भारत में कोरोना संक्रमण के लगातार मामले आ रहे हैं. जहां तक झारखंड की बात है, यहां अभी तक कोरोना पॉजिटिव का एक भी मामला सामने नहीं आया है, लेकिन अगर किसी तरह की मुसीबत आती है तो उससे बचाव को लेकर सरकार के स्तर पर मुकम्मल इंतजाम किए गए हैं.
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मुख्यमंत्री ने आज रिम्स के ट्रॉमा सेंटर में कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण करने के दरम्यान ये बातें कही. मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के क्रम में रिम्स के निर्देशक डॉ डी.के सिंह से इस बाबत की गई तैयारियों की पूरी जानकारी ली और कई निर्देश भी दिए. मुख्यमंत्री ने निर्देशक से कहा कि रिम्स में अगर कोरोना वायरस का कोई भी मरीज आता है तो उसके टेस्ट और इलाज में किसी तरह की कोई कमी नहीं आनी चाहिए.
आइसोलेशन वार्ड में बेड बढ़ाने का हो रहा प्रयास
रिम्स के निर्देशक ने मुख्यमंत्री को बताया कि यहां बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में अभी 100 बेड की व्यवस्था है. इसके अलावा इमरजेंसी के लिए 14 वेंटीलेटर हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बेडों की संख्या को बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. सरकार का प्रयास है कि एक हजार बेड कोरोना मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड में चौबीस घंटे तैयार रखा जा सके.
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वर्तमान में हर दिन 180 मरीजों के जांच की है क्षमता
मुख्यमंत्री को रिम्स के डायरेक्टर ने बताया कि यहां फिलहाल हर दिन 180 मरीजों के जांच की क्षमता है. जांचों की क्षमता को बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां कोरोना वायरस के आने वाले सभी संदिग्ध मरीजों को टेस्ट करने के उपरांत जिन्हें चिकित्सीय सुविधा की जरुरत हो, उसे उपलब्ध कराएं. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव और निपटारे को लेकर सरकार पूरी तरह गंभीर है.