गुमला: विधानसभा चुनाव में ड्यूटी के लिए सोमवार को जिला मुख्यालय पहुंचे आईटीबीपी के हवलदार शेर सिंह (35 वर्ष) की 11 हजार वोल्ट के तार की चपेट में आने से मौत हो गई. मृत जवान हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला स्थित नूरपुर थाना क्षेत्र के निहारका गांव के रहने वाले थे. हवलदार की मौत के बाद 601 बटालियन के जवानों के बीच शोक की लहर है. घटना की सूचना के बाद सदर थाना की पुलिस मौके पर पहुंच कर कागजी कार्रवाई पूर्ण करते हुए पोस्टमार्टम के बाद शव को बटालियन को सुपुर्द कर दिया है. 601 बटालियन के पदाधिकारी व जवान हवलदार के शव को उनके पैतृक गांव भेजने की तैयारी में जुट गए थे.
वायरलेस सेट करने के दौरान हुई घटना
साथी जवानों ने बताया कि सड़क मार्ग से शव पहले रांची फिर हवाई मार्ग से गृह जिला जाएगा. घटना के बावत जवानों ने बताया कि आईटीबीपी 601 बटालियन के सभी पदाधिकारी व जवान चुनाव ड्यूटी के लिए सोमवार को गुमला पहुंचे हैं. सुबह करीब 9 बजे उन्हें लोहरदगा रोड स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज में जिला प्रशासन द्वारा ठहराया गया. इसके बाद हवलदार शेर सिंह वायरलेस सेट लगाने के कार्य में जुट गए. वायरलेस सेट के एंटीना के लिए वे जैसे ही वायर टांगने लगे, तभी वह वायर पॉलिटेक्निक कॉलेज भवन के समीप से गुजरे 11 हजार वोल्ट का करंट प्रवाहित तार के चपेट में आ गए. जबतक वहां पर मौजूद जवान कुछ समझ पाते, शेर सिंह की स्थिति चिंताजनक हो चुकी थी. वे गंभीर तरह से झुलस चुके थे. आनन-फानन में उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. लेकिन तब-तक काफी देर हो चुका थी. चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
शव को पैतृक गांव भेजने की व्यवस्था की जा रही है : थाना प्रभारी शंकर ठाकुर
घटना के बाबत थाना प्रभारी शंकर ठाकुर ने बताया कि करंट की चपेट में आने से जवान की मौत हुई है. सभी कागजी कार्रवाई व पोस्टमार्टम के उपरांत शव बटालियन को सौंप दिया गया है. साथ ही शव को उनके पैतृक गांव भेजने की व्यवस्था की जा रही है.