रवि सिंह
गोरखपुर: भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का पावन माह भाद्रपद चल रहा है. इस वर्ष जन्माष्टमी के पर्व की तारीख को लेकर असमंजस की स्थिति बन गई है. आम आदमी यह जानना चाहता है कि इस वर्ष जन्माष्टमी 11 या 12 अगस्त में से किस दिन मनाई जाए.
आज हम आपकी इस उलझन को सुलझाते हैं और बताते हैं कि आपको किस दिन जन्माष्टमी मनाना बेहतर होगा. पूर्णिमा के बाद भादो का महीना लग गया है.
भादो के महीने की षष्ठी को बलराम और अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था. इस माह में भगवान विष्णु की खास पूजा करनी चाहिए.
इस दिन पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग है. ज्योतिषाचार्य अनीस व्यास का कहना है कि जन्माष्टमी पर राहुकाल दोपहर 12:27 बजे से 02:06 बजे तक रहेगा. इस बार जन्माष्टमी पर कृतिका नक्षत्र रहेगा, उसके बाद रोहिणी नक्षत्र.
12 अगस्त को जन्माष्टमी मानना श्रेष्ठ
जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण को दक्षिणावर्ती शंख से अभिषेक कर पंचामृत अर्पित करना चाहिए. माखन मिश्री का भोग लगाएं. हर बार की तरह इस बार भी जन्माष्टमी दो दिन मनाई जा रही है.
11 और 12 अगस्त दोनों दिन जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है, लेकिन 12 अगस्त को जन्माष्टमी मानना श्रेष्ठ है. मथुरा और द्वारिका में 12 अगस्त को जन्मोत्सव मनाया जाएगा.