रांची: पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी इन दिनों चर्चा में हैं. बताया जा रहा है कि वे भाजपा में शामिल होंगे.अपनी पार्टी झारखंड विकास मोर्चा का विलय भाजपा में कर देंगे. इस दिशा में बातचीत चल रही है. कई दौर की बात भी हो चुकी है. भाजपा आलाकमान से वे इस मामले को लेकर जल्द ही मुलाकात करने वाले हैं.
खरमास के बाद थामेंगे दामन
सूत्रों का कहना है कि सबकुछ ठीक रहने पर मरांडी खरमास के बाद भाजपा का दामन थाम लेंगे. वे 15 जनवरी को भाजपा में शामिल हो सकते हैं.
बनेंगे प्रतिपक्ष के नेता
भाजपा ने विधानसभा में अभी तक प्रतिपक्ष का नेता घोषित नहीं किया है. चर्चा है कि भाजपा में शामिल होने के बाद बाबूलाल मरांडी को प्रतिपक्ष का नेता बनाया जाएगा. हाल में संपन्न हुए विधानसभा सत्र में भी भाजपा बिना प्रतिपक्ष के नेता के ही हाजिरी लगाती रही.
आदिवासी नेता की जरूरत
भाजपा को झारखंड में एक सशक्त आदिवासी नेता की जरूरत है. अर्जुन मुंडा अभी केंद्र में मंत्री है. ऐसे में राज्य में राजनीति करने के लिए पार्टी को सुलझे हुए आदिवासी चेहरे की दरकार है. ऐसे में पार्टी बाबूलाल मरांडी को लाने की मशक्कत कर रही है. वे पहले भाजपा में रह चुके हैं. बाबूलाल को भी एक सशक्त पार्टी की जरूरत है.
प्रदीप-बंधु को होगी दिक्कत
झाविमो के भाजपा में विलय हो जाने पर प्रदीप यादव और बंधु तिर्की को दिक्कत होगी. ऐसी चर्चा है कि बंधु कांग्रेस में शामिल होने की जुगत भिड़ा रहे हैं. प्रदीप यादव भी अलग राह तलाश रहे हैं. भाजपा और झाविमो का विलय हो जाने पर इन दोनों के पार्टी बदलने पर दलबदल कानून लागू हो सकता है. ऐसा होने पर इनकी विधायकी चली जा सकती है.