मुख्य बिंदु:
- कटकमसांडी प्रखण्ड परिसर में औषधीय वनोपज संग्रहण एवं आस्वन इकाई का उद्घाटन।
- सांसद जयंत सिन्हा ने मुखियाओं को सम्बोधित प्रधानमंत्री का पत्र सौंपा।
हजारीबाग: स्थानीय सांसद जयंत सिन्हा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों मेें औषधीय वनोपज का उत्पादन एक महत्वपूर्ण पहल है।
इससे न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर मिलेंगे वरन औषधीय वस्तुओं के बाजार को भी बढ़ावा मिलेगा।
औषधीय उत्पादन से जुड़े किसानों को उनके मेहनत का उचित पारिश्रमिक प्राप्त होगा। वे आज कटकमसांडी प्रखण्ड परिसर में स्थापित औषधीय वनोपज संग्रहण एवं आस्वन इकाई के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कटकमसांडी प्रखण्ड में 11 गांवों के दर्जनों एकड़ में औषधीय वनोपज लेमन ग्रास (नींबू घास) की फसल लगाई गई है।
यह जिला प्रशासन की सराहनीय पहल है। उत्पादन केन्द्र का संचालन झारखण्ड स्टेट लाईवलीहूड प्रमोशन सोसाईटी (जीएसएलपीएस) द्वारा किया जा रहा है।
नींबू घास उत्पादन भारतवर्ष में केरल, तमिलनाडू, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में की जाती है। झारखण्ड की मिट्टी व जलवायु इसके लिए उपयुक्त है।
मौके पर उन्होंने कहा कि जल्द ही कटकमसांडी प्रखण्ड के सभी पंचायतों में सामुदायिक केन्द्र भवन बनायें जायेंगे।
इस भवन का उपयोग सखी मंडल की महिलाएं, युवा, सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित सामाजिक सरोकार के कार्य संपन्न हो सकेंगे।
यह योजना सांसद मद तथा मुखिया मद के समन्वय से पूरी की जाएगी। इस भवन का लाभ ग्रामीण शादी समारोह, समूहों के व्यवसायिक कार्य के रूप में किये जा सकेंगे।
इस मौके पर सांसद ने मुखियाजनों नूरजहां, सुलेखा खातुन, सरिता देवी, मो. तौकीर, लिलो सिंह भोक्ता, प्रेमचंद प्रसाद, मिन्हाज हुसैन, दिलीप कुमार रविदास, रूबीना खातुन आदि को मुखियाजनों को सम्बोधित प्रधानमंत्री का पत्र सौंपा।
इस अवसर पर अंचलाधिकारी अखिलेश कुमार, जीएसएलपीएस के जिला समन्वयक गौरव जायसवाल, विभिन्न पंचायतों के मुखिया, भाजपा देता राजकुमार यादव, सखी मंडल की महिलाएं सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।